डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश के इंदौर के पास ओंकारेश्वर में एक बड़ा हादसा टल गया. यहां बांध से अचानक पानी छोड़े जाने से नर्मदा नदी में 30 से ज्यादा श्रद्धालु मंझधार में फंस गए. ये स्नान करने गए थे. लेकिन बांध से पानी छोड़े जाने के बाद नदी का जलस्तर बढ़ गया और पानी के तेज बहाव में श्रद्धालु बहने लगे. गनीमत रही कि श्रद्धालुओं ने चट्टानों को पकड़ लिया और उसके ऊपर चढ़ गए जिससे उनकी जान बच गई. बाद में रेस्क्यू कर सभी को बाहर निकाला गया.
जानकारी के मुताबिक, घटना रविवार सुबह करीब 11 बजे की है. बांध की देखरेख करने वाले HHDC कंपनी ने ओंकारेश्वर बांध का पानी छोड़ दिया. जिससे नदी का जलस्तर बढ़ गया. उसी दौरान नर्मदा नदी में 30 से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर रहे थे. जिसमें 30 से श्रद्धालु पानी के मंझधार में फंस गए. श्रद्धालु अलग-अलग चट्टानों में फंसे थे. बताया जा रहा है कि जिस समय यह घटना हुई उस दौरान नदी में बोटिंग हो रही थी. गोतोखोरों ने श्रद्धालुओं को रस्सी पकड़ाई जिससे वह एक-एक करके नदी के किनारे आ गए. जिससे उनकी जान बच गई और हादसा टल गया.
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पुनासा एसडीएम चंदर सिंह सोलंकी ने बताया कि ओंकारेश्वर विद्युत परियोजना के 4 टर्बाइन चल रहे थे. इन टर्बाइन से सुबह 9 बजे से पानी छोड़ा जाता है. बांध प्रशासन ने जब पानी को छोड़ तो सायरन भी बजाया, लेकिन बाहरी श्रद्धालु स्थानीय स्तिथि से अवगत नहीं थे. उन्होंने बताया कि 20 से ज्यादा श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया. पानी कम होने की वजह से ये लोग पत्थरों में नहाने गए थे.
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सोलंकी ने बताया कि जब बांध से पानी छोड़ा गया तो नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा जिससे वहां नहाने गए श्रद्धालु वहां फंस गए. उन्होंने लोगों को हाथ दिखाकर मदद की गुहार लगाई. आनन-फानन में बचाव दल नाव लेकर पहुंचा और सभी को बाहर निकाल लिया गया.
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