डीएनए हिंदी: ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे पर अब सियासत भी शुरू हो गई है. बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गई थी. इस हादसे में अब तक मरने वालों की संख्या 288 पहुंच गई है. जबकि 803 से ज्यादा लोग घायल हैं. विपक्ष के नेताओं ने इस हादसे में जवाबदेही तय करने और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की भी मांग की है. कांग्रेस, आरजेडी और टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों ने इस हादसे पर भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार की आलोचना की और उस पर यात्रियों की सुरक्षा को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया.
आरजेडी ने शनिवार को ट्वीट कर रेलवे की नई कवच प्रणाली पर सवाल उठाए. उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का एक पुराना वीडियो शेयर किया जिसमें वे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में लगे कवच फीचर का फायदे बता रहे हैं. RJD ने ट्वीट में लिखा, ''कवच'में भी कांड हो गया? मोदी सरकार के लिए बस 'वंदे भारत एक्सप्रेस' ट्रेनों में ही इंसान चलते हैं.अगर रेल मंत्री में कुछ नैतिकता और आत्मग्लानि हो तो इतने परिवारों के बर्बाद होने पर तुरंत इस्तीफा दें.'
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बिहार के मंत्री एवं जद (यू) नेता संजय कुमार झा ने कहा कि यह दुर्घटना रेलवे की ढांचागत कमियों और यात्री सुरक्षा में खामियों को उजागर करती है. उन्होंने कहा कि गैसल ट्रेन हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार ने अगस्त 1999 में रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.
हादसे पर कांग्रेस कल उठाएगी सवाल
वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि इस दुर्घटना को लेकर कई सवाल उठाने की जरूरत है, लेकिन उनकी पार्टी इन सवालों को रविवार को उठाएगी. रमेश ने ट्वीट किया, 'ओडिशा में हुआ रेल हादसा वाकई बहुत दर्दनाक है. यह अत्यंत दुख का विषय है. यह हादसा इस बात पर सोचने के लिए बाध्य करता है कि रेल नेटवर्क के कामकाज में सुरक्षा हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता क्यों होनी चाहिए. ऐसे कई सवाल हैं जिन्हें उठाने की ज़रूरत है, लेकिन आज नहीं कल उठाएंगे.'
TMC ने रेल मंत्री का मांगा इस्तीफा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ओडिशा में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना इस सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा है और सच्चाई का पता लगाने के लिए उचित जांच की आवश्यकता है. रेल मंत्री के तौर पर दो बार सेवाएं दे चुकीं बनर्जी बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए शनिवार दोपहर दुर्घटनास्थल पहुंचीं. वहीं टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने इस हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के तत्काल इस्तीफे की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विपक्षी नेताओं की जासूसी के लिए सॉफ्टवेयर पर करोड़ों रुपये खर्च करती है लेकिन रेल हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी उपकरण लगाने में लापरवाही करती है. अभिषेक बनर्जी ने कहा कि नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेनों और नव-निर्मित रेलवे स्टेशनों का दावा करती है ताकि "जनता को गुमराह" कर राजनीतिक समर्थन हासिल किया जा सके, लेकिन वह सुरक्षा उपायों को लेकर लापरवाही बरत रही है
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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (भाकपा-माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भी यही सवाल उठाया. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘क्या भारतीय रेलवे में अब हमारे पास कोई सिग्नल या सुरक्षा प्रणाली नहीं रह गई है? या क्या इस तरह के रेल हादसे भारत में रेल यात्रा के लिए सामान्य बात हो जायेगी? हमें पीड़ितों और इस हादसे में अपनों को खोने वाले परिवारों को जवाब देना चाहिए. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सांसद बिनॉय विश्वम ने इस दुर्घटना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की. विश्वम ने ट्वीट किया, ‘‘सरकार केवल लग्जरी ट्रेन पर ध्यान केंद्रित करती है। आम लोगों की ट्रेन और पटरियों की उपेक्षा की जाती है। ओडिशा में हुए हादसे में लोगों की मौत इसी का परिणाम है. रेल मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए.' (भाषा इनपुट के साथ)
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