डीएनए हिंदी: 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का मुकाबला करने के लिहाज से ठोस खाका खींचने और घटक दलों के बीच सहयोग पर विचार-विमर्श करने के लिए गुरुवार को इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) की पहले दिन की बैठक हुई. यह बैठक मुंबई के ग्रांड हयात होटल में हो रही है. इंडिया की मीटिंग का आज आखिरी दिन है. बैठक के बाद सीट शेयरिंग, लोगो और समन्वय समिति समेत विपक्ष की रणनीति क्या होगी इसका ऐलान किया जाएगा.
INDIA की पहले दिन की बैठक में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने प्रस्ताव रखा. दोनों नेताओं ने कहा कि कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई जाए. इसमें गठबंधन में शामिल सभी 28 दलों के एक-एक नेता को शामिल किया जाए. इसके अलावा कुछ सब कमेटी भी बनाई जाएं. जैसे प्लानिंग के लिए कमेटी, जो चुनाव के दौरान मुद्दे और कार्यक्रम तय करे. रिसर्च एंड डेटा के लिए कमेटी, सोशल मीडिया के लिए कमेटी और प्रवक्ताओं का ग्रुप और रैलियों के लिए कमेटी भी हो. हालांकि, कुछ नेताओं ने कहा कि इतनी कमेटियां बनाने की जरूरत नहीं हैं.
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1977 के फॉर्मूले पर चर्चा
बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से आयोजित रात्रिभोज से पहले इंडिया के नेताओं ने अनौपचारिक मुलाकात की. समझा जा रहा है कि इस बातचीत में आज होने वाली औपचारिक बैठक का एजेंडा तय किया गया. बैठक के आज आखिरी दिन आगामी चुनाव की रणनीति को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं. कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि गठबंधन के नेता बैठक में सीट-बंटवारे के तौर-तरीकों, समन्वय समिति और साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनाने पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि 1977 में भी इसी तरह का प्रयोग किया गया था और यह उसी तरह का प्रयास है. 1977 में इंदिरा गांधी नीत कांग्रेस से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दल साथ आए थे.
बैठक में विपक्षी 28 दलों के नेता शामिल
इस बैटक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके पिता राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, अखिलेश यादव, जयंत चौधरी, समेत गठबंधन में शामिल 28 दलों के बड़े नेता शामिल हैं. ‘इंडिया’ की बैठक में एक समन्वय समिति की घोषणा की जा सकती है और गठबंधन का LOGO जारी किया जा सकता है.
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गठबंधन ने बैठक से पहले बुधवार को विश्वास जताया था कि वह देश में राजनीतिक बदलाव के लिए एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगा और उसके पास प्रधानमंत्री पद के लिए कई चेहरे हैं, जबकि भाजपा के पास ‘केवल एक चेहरा’ है. विपक्षी गठजोड़ ने दावा किया था कि उसने दो और क्षेत्रीय दलों को शामिल करके अपना विस्तार किया है और इसके घटक दलों की संख्या 28 हो गई है. गठबंधन में महाराष्ट्र की वामपंथी पार्टी ‘पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया’ (पीडब्ल्यूपी) और एक अन्य क्षेत्रीय पार्टी शामिल हुई है. इस दल का नाम अभी स्पष्ट नहीं किया गया है.
सूत्रों ने बताया कि उत्तर पूर्व क्षेत्र के तीन दलों-असम जातीय परिषद, राजोर दल और आंचलिक गण मंच-भुइयां ने गठबंधन में शामिल होने की अपील की है और बैठक में गठबंधन के विस्तार पर और इन दलों को शामिल करने पर विचार-विमर्श किया जा सकता है. विपक्षी गठबंधन की यह तीसरी बैठक है. पहली बैठक जून में पटना में, जबकि दूसरी बैठक जुलाई में बेंगलुरु में हुई थी, जहां इसे ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) नाम दिया गया. गठबंधन एक समन्यव समिति की घोषणा कर सकता है, जिसमें प्रमुख विपक्षी दलों के 11 सदस्य हो सकते हैं.
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