डीएनए हिंदी: पाकिस्तानी पत्रकार और यूट्यूबर (YouTuber) शकील चौधरी (Shakil Chaudhary) ने 10 जुलाई को पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा (Nusrat Mirza) के साथ एक इंटरव्यू में सनसनीखेज खुलासे किए हैं. नुसरत मिर्जा ने कहा है कि वह कांग्रेस (Congress) सरकार के दौरान कई बार भारत आ चुका है और गोपनीय जानकारियां इंटर इंटेलिजेंस सर्विसेज (ISI) को दी है. नुसरत मिर्जा भारत में जासूसी करने आया था और 2005 से लेकर 2011 तक की यात्रा के दौरान एक के बाद एक अहम जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को दी.
इंटरव्यू के दौरान शकील चौधरी ने नुसरत मिर्जा से सवाल किया कि क्या भारत की वजह से पाकिस्तान के अस्तित्व को खतरा है. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में भारतीय भाषाओं की विशेषज्ञता का अभाव क्यों है. जैसे ही नुसरत मिर्जा ने सवाल सुना वह चिढ़ गया और भारत के बारे में अपनी जानकारियां बताने लगा.
Monsoon Alert: क्यों डराते हैं मानसून के बादल, दिल्ली-यूपी समेत इन राज्यों में मौत के सबसे ज्यादा मामले
कई बार भारत का दौरा कर चुका है नुसरत मिर्जा
नुसरत मिर्जा ने दावा किया कि वह पांच बार भारत आ चुका है. 2005 में वह पहली बार चंडीगढ़ गया था. फिर उसने हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई का दौरा 2006 में किया. अलग-अलग यात्राओं के दौरान वह कोलकाता, पटना और दूसरी जगहों पर भी पहुंचा था.
भारत में उर्दू अखबारों के संपादकों के साथ है संपर्क
जब नुसरत मिर्जा से शकील चौधरी ने भारत के नागरिकों के साथ संपर्क के बारे में पूछा तो उसने जवाब दिया, 'आमतौर जब आप भारत के लिए वीजा का आवेदन करते हैं तो आपको सिर्फ 3 जगहों पर जाने की इजाजत मिलती है. उस समय के विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी ही थे, जिन्होंने मुझे वीजा दिलाने में मदद की. मैं 7 जगहों पर गया. मुझे पता है कि भारत में किस तरह से काम होता है. मैंने उन परिस्थितियों पर शोध किया है जिन्हें भारतीय मुसलमान झेलते हैं. भारत में उर्दू अखबारों के कई संपादक मेरे मित्र हैं. समाचार चैनलों के मालिक करीबी दोस्त हैं. भारत में रहने के दौरान मैंने कई बार इंटरव्यू दिया है.
Monsoon 2022: कैसे बनता है मानसून, क्या है मौसम बदलने की वजह
हामिद अंसारी के न्योते पर आया था भारत
इंटरव्यू में नुसरत मिर्जा ने साल 2010 की यात्रा के बारे में भी जिक्र किया. उसने कहा कि उसे भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने न्योता दिया था. आतंकवाद पर हो रहे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने वह भारत पहुंचा था. तभी साल 2010 में उसने आखिरी बार भारत की यात्रा की थी. 2011 में मिल्ली गजट के प्रकाशक जफरुल इस्लाम खान से मिलने भी वह भारत आया था. उसने कहा कि इस यात्रा के दौरान उसने कई गोपनीय जानकारियां हासिल की और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को दी.
Karachi Flood: कराची की सड़कें पानी में डूबी, जनजीवन बेहाल, सोशल मीडिया पर यूजर्स ने लगाई सरकार की क्लास
किसके कहने पर की थी जासूसी?
नुसरत मिर्जा ने पाकिस्तान की राजनीति का जिक्र करते हुए कहा कि वह भारत की अपनी यात्राओं पर मिले ज्ञान का इस्तेमाल करने में फेल रहा. जब सत्ता बदलती है तो सत्ता में शामिल लोग भी पूरी तरह से बदल जाते हैं और नई शुरुआत हो जाती है. पाकिस्तानी सेना के पूर्व कमांडर जनरल अशफाक परवेज कयानी ही वह शख्स थे, जिन्हें खुर्शीद ने मुझे जानकारी देने का निर्देश दिया था. मैंने कहा कि मैं उन्हें जानकारी नहीं दूंगा, लेकिन अगर आप चाहें तो मैं आपको जानकारी दे रहा हूं. उन्होंने यह जानकारी कयानी को दे दी थी.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.