डीएनए हिंदीः पाकिस्तान की हालत इन दिनों खस्ताहाल हो चुकी है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaj Sharif) ने अपने बुरे वक्त में पिछले दिनों भारत की तारीफ की. शहबाज शरीफ ने कहा था कि भारत के साथ युद्ध में उसे सिर्फ गरीबी और बेरोजगारी ही मिली है. उन्होंने भारत से बातचीत की भी इच्छा जाहिर की. हालांकि 24 घंटे में भी अपने बयान से पलटते हुए फिर कश्मीर का राग अलापने लगे. इसके बीच अब पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार (Hina Rabbani Khar) का बयान सामने आया है.
हिना रब्बानी ने पाक पीएम शहबाज शरीफ के बयान से पल्ला झाड़ लिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दोनों देशों के बीच शांति की दिशा में काम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक 'सहयोगी' के रूप में नहीं देखता है. उन्होंने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी को पाकिस्तान एक सहयोगी के रूप में देखता था." स्विटजरलैंड के दावोस में जारी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) के वार्षिक बैठक 2023 में साउथ-एशिया पर आयोजित एक सत्र में बोलते हुए खार ने कहा, "जब मैं विदेश मंत्री के रूप में भारत गई थी तो बेहतर सहयोग के लिए हमने कड़ी मेहनत की थी. वर्तमान स्थिति की तुलना में उस वक्त हम काफी बेहतर स्थिति में थे."
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श्री श्री रविशंकर ने दिया जवाब
हिना रब्बानी के इस बयान पर उसी मंच पर बैठे आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडर श्री श्री रविशंकर (Sri Sri Ravi Shankar) ने करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह मालूम होना चाहिए कि समस्या उनकी तरफ से है. क्योंकि भारत को किसी अन्य पड़ोसी देश से कोई समस्या नहीं है. रविशंकर ने कहा कि दोनों देशों में एक समान भाषा बोली जाती है. दोनों की संस्कृति, खान-पान आदि समान हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार हाथ बढ़ाते हुए मदद करने की पेशकश भी की है.
इनपुट-भाषा
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