डीएनए हिंदी: संसद के मानसून सत्र में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी लोकसभा और राज्यसभा में मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर गतिरोध बरकरार रहा. विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान और चर्चा की मांग करते हुए भारी हंगामा किया जिस वजह से सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार इस बेहद संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन पता नहीं विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा से क्यों भाग रहा है. वहीं, राज्यसभा में ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को वर्तमान सत्र के शेष हिस्से के लिए निलंबित कर दिया गया.
सदन की कार्यवाही जब तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजकर 30 मिनट पर शुरू हुई तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गृह मंत्री अमित शाह से सरकार का पक्ष रखने के लिए कहा. अमित शाह ने कहा, ‘सदस्यों से आग्रह है कि बहुत संवेदनशील मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष. दोनों ओर के सदस्यों ने चर्चा की मांग की है. मैं सदन में चर्चा के लिए तैयार हूं. मुझे नहीं मालूम कि विपक्ष संसद में चर्चा क्यों नहीं होने दे रहा है. मेरा विपक्ष के नेताओं से आग्रह है कि चर्चा होने दें और इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर पूरे देश के सामने सच्चाई आने दें.’ उनके इस बयान के बाद भी विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा. इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
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सदन की कार्यवाही सोमवार शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा, वैसे ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य मणिपुर के मुद्दे को उठाने लगे. इस दौरान लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘हम शुरू से ही कह रहे हैं कि मणिपुर के हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वत: संज्ञान लेते हुए बयान दें.’ इस पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा, ‘आप (अधीर रंजन चौधरी) जिस विषय को उठा रहे हैं, उस पर सारा सदन चर्चा करना चाहता है. सरकार ने भी कहा है. आप आज 12 बजे से चर्चा शुरू करें.’ उन्होंने कहा कि इस पर कौन जवाब देगा, यह तय करना आपका (विपक्ष) काम नहीं है और संबंधित विभाग के मंत्री जवाब दे सकते हैं. विपक्षी सदस्य हालांकि इससे संतुष्ट नहीं हुए और आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे.
हम चर्चा के लिए तैयार, विपक्ष भाग रहा-राजनाथ
सदन के उपनेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हम पहले ही कह चुके हैं कि चर्चा करने को पूरी तरह से तैयार हैं, लेकिन प्रतिपक्ष इस बात को स्वीकार नहीं कर रहा है.’ उन्होंने कहा कि मणिपुर जैसी घटना पर चर्चा के लिए जिस तरह की गंभीरता होनी चाहिए, विपक्ष उतना गंभीर नहीं है.’ वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इस विषय पर पहले ही अपनी पीड़ा व्यक्त कर चुके हैं, सदन के उपनेता राजनाथ सिंह जी कह चुके हैं कि सरकार चर्चा को तैयार है. उन्होंने कहा कि जब सरकार तैयार है तो वे (विपक्ष) चर्चा से क्यों भाग रहे हैं. पूर्वोत्तर क्षेत्र के अनेक सदस्यों ने चर्चा कराने का आग्रह किया है लेकिन विपक्ष चर्चा करना नहीं चाहता.
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AAP सांसद संजय सिंह निलंबित
AAP सांसद संजय सिंह ने संसद के मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए राज्यसभा से निलंबित किए जाने के बाद आरोप लगाया कि पीएम मोदी मणिपुर हिंसा के मामले पर संसद के भीतर बयान देने से भाग रहे हैं. निलंबन के बाद संजय सिंह संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट धरने पर बैठ गए. कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने भी उनके समर्थन में नारेबाजी की. उन्होंने ‘निलंबन वापस लो’ के नारे लगाए. आप नेता ने कहा, ‘देश के प्रधानमंत्री संसद में आकर मणिपुर पर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं? सेना के जवान की पत्नी के साथ बदसलूकी हुई है. उन्हें जवाब देना चाहिए.’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री सदन में बोलने से भाग रहे हैं. आज मैंने नियम 267 के तहत नोटिस दिया था. पहले मैं कुछ देर तक आग्रह करता रहा कि चर्चा कराई जाए. इसके बाद मैंने आसन के निकट जाकर चर्चा करने का आग्रह किया. इस पर मुझे निलंबित कर दिया गया. उन्होंने कहा, ‘यहां हमारा धरना जारी रहेगा। सभी पार्टियों ने इस आंदोलन में अपना समर्थन दिया है.’ (इनपुट- भाषा)
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