डीएनए हिंदी: मणिपुर की हिंसा के मुद्दे पर संसद में फिर से हंगामा शुरू हो गया है. विपक्षी नेताओं ने फिर से मांग की है कि पीएम मोदी की मौजूदगी में संसद में मणिपुर की हिंसा पर चर्चा हो. सत्ता पक्ष का कहना है कि वह मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है. विपक्षी दलों ने अपनी मांग नहीं पूरी होने के विरोध में मणिपुर के मुद्दे पर लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया है. इसके चलते लोकसभा को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. उधर, राज्यसभा में सुबह हंगामे के बाद दोपहर में फिर से कार्यवाही शुरू हुई. सरकार ने राज्यसभा में सिनेमाटोग्राफ (संशोधन) बिल- 2023 पेश किया, जिसे सदन ने पारित कर दिया है. इसके बाद राज्य सभा की कार्यवाही भी शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
इससे पहले 2 बजे तक के लिए स्थगित हुआ था सदन
विपक्ष के नेता गुरुवार को विरोध जताने के लिए काले कपड़े पहनकर संसद में पहुंचे हैं. संसद में हंगामे के बीच सत्ता पक्ष के नेताओं ने मोदी-मोदी के नारे लगाए. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के संबोधन के दौरान भी एक तरफ से मोदी-मोदी तो दूसरी तरफ से इंडिया-इंडिया के नारे लगते रहे. विपक्षी दलों के भारी हंगामे और शोरगुल के बाद राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया था.
राज्य सभा में रखे गए थे पटल पर आवश्यक दस्तावेज
सुबह उच्च सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सभापति जगदीप धनखड़ ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इसके बाद आसन की अनुमति से विदेश मंत्री एस जयशंकर विदेश नीति में नवीनतम घटनाकमों के संबंध में एक बयान देने लगे. जयशंकर ने अभी बोलना शुरु ही किया था कि विपक्षी सदस्य मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान और इस पर सदन में चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे. जयशंकर ने भारी हंगामे के बीच ही अपना बयान पूरा किया.
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सदन में जमकर हुई नारेबाजी
इस दौरान विपक्षी सदस्य 'प्रधानमंत्री सदन में आओ, मणिपुर पर चुप्पी तोड़ो, कुछ तो बोलो...' जैसे नारे लगा रहे थे. जयशंकर का बयान समाप्त होने के बाद सभापति ने सदस्यों से इस पर स्पष्टीकरण मांगने को कहा लेकिन विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा. सत्ता पक्ष के सदस्यों ने इस दौरान मोदी-मोदी के नारे लगाए तो विपक्षी सदस्यों ने 'इंडिया-इंडिया' के नारे लगाने शुरु कर दिए. सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि इतने गंभीर विषय पर विपक्षी सदस्य राजनीति कर रहे हैं.
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पीयूष गोयल ने काले कपड़े पहनकर सदन में आने के लिए विपक्षी नेताओं पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि काले कपड़े पहनने वाले लोगों को दुनिया में भारत की बढ़ती ताकत का अंदाजा नहीं है. उन्होंने कहा, 'काले कपड़े पहनकर आने वालों का कल, आज और भविष्य भी काला है.' इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ नारेबाजी आरंभ कर दी. विपक्ष लगातार मांग कर रहा है कि पीएम मोदी की मौजदूगी में मणिपुर हिंसा पर चर्चा हो और पीएम मोदी खुद इस पर जवाब दें.
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