डीएनए हिंदी: बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी पार्टियों की महाबैठक खत्म हो गई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुई इस बैठक में राहुल गांधी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव, महबूबा मुफ्ती, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल समेत 5 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए. बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव और पीएम नरेंद्र मोदी व बीजेपी को सत्ता से हटाने को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई. अब सीट शेयरिंग और पूरा प्लान को लेकर 12 जुलाई को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में अगली बैठक होगी.
जानिए मीटिंग की मुख्य बातें
हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, भाजपा और RSS हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण कर रही है. यह विचारधारा की लड़ाई है और हम साथ खड़े हैं. हमने निर्णय लिया है कि हम एक साथ काम करेंगे और अपनी सामान्य विचारधारा की रक्षा करेंगे. यह विपक्षी एकता की प्रक्रिया है जो आगे बढ़ेगी.
महाबैठक के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि एकसाथ चुनाव लड़ने पर सहमति बनी है. अगली मीटिंग शिमला में होगी, इसकी तारीख का ऐलान जल्द किया जाएगा. राज्यों में जो भी चुनौतियां होंगी उनका मिलकर हल निकालेंगे.
ममता ने कांग्रेस के रवैये पर जताया एतराज
बैठक में बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कांग्रेस के रवैये पर एतराज जताया. उन्होंने कहा कि बंगाल में कांग्रेस द्वारा हमारी सरकार के खिलाफ धरना देना गलता है. सबको बड़ा दिल दिखाना होगा. अगर आपस में लड़ते रहे तो बीजेपी फायदा उठा जाएगी.
ओवैसी ने साधा निशाना
AIMIM अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने विपक्षी बैठक पर हमला करते हुए कहा, 'इस बैठक में शिवसेना है. क्या वे सेक्युलर हो गए हैं? इसमें दिल्ली के CM हैं. उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का भाजपा का समर्थन किया था. नीतीश कुमार हैं जो NDA के तरफ से मुख्यमंत्री रहे हैं. हम भी नहीं चाहते के 2024 में देश के प्रधानमंत्री मोदी बने लेकिन इन पार्टियों का ट्रैक रिकॉर्ड क्या है? कांग्रेस आगे रहना चाहती है, नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का ख़्वाब देख रहे हैं.'
- कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 'भारत जोड़ो की हवा चल पड़ी है. अब देशभर में इसका असर दिखेगा. देश तोड़ने वालों के खिलाफ हम एकजुटता से लड़ेंगे.'
- सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि 2024 में विपक्षी दलों को एकसाथ लेकर चलने के की जिम्मेदारी नीतीश कुमार को सौंपने पर सहमति बनी है. नीतीश को यूपीए का सयोंजक बनाया जा सकता है.
मीटिंग में कौन-कौन नेता शामिल
नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मेजबानी में यह बैठक मुख्यमंत्री आवास ‘1 अणे मार्ग’ पर हुई जिसमें 30 से अधिक विपक्षी नेताओं ने भाग लिया. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी राजा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी और कुछ अन्य नेता इस बैठक में शामिल हुए.
#WATCH | Opposition leaders' meeting to chalk out a joint strategy to take on BJP in next year's Lok Sabha elections, underway in Bihar's Patna
More than 15 opposition parties are attending the meeting. pic.twitter.com/d9qRfvOdVj
बैठक से पहले राहुल गांधी ने कहा, "आपका मूड कैसा है. आप जानते हैं कि भारत में विचारधारा की लड़ाई है. एक तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ो और दूसरी तरफ बीजेपी-आरएसएस की तोड़ने वाली विचारधारा है. इसलिए हम बिहार आए हैं." उन्होंने कहा है कि हम एक साथ बीजेपी को हराने पर काम करेंगे. देश में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो’ वाली विचारधारा और भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ‘भारत तोड़ो’ वाली विचारधारा के बीच लड़ाई है और इस लड़ाई में ‘भारत तोड़ने’ वालों को हराया जाएगा.
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