Patna Special: पटना का पुराना नाम कौन सा था और आज ये इतना क्यों फेमस है?

Written By मीना प्रजापति | Updated: Oct 17, 2024, 10:59 PM IST

बिहार की राजधानी पटना आज से लगभग 2500 साल पहले पाटलिपुत्र नाम से जाना जाता था. पटना अपनी कई खासियतों के लिए फेमस है और इसका एक लंबा इतिहास रहा है.

What was the old name of Patna: आज का पटना लगभग 2500 साल पहले पाटलिपुत्र था. आज पटना बिहार की राजधानी है. पाटलिपुत्र या पाटलीपट्टन से पटना बनने की कहानी लंबी है. हर शहर, कस्बा, राजधानी समय के साथ बदलती है.  इसी तरह पटना बदला. पटना का नाम समय के साथ बदलता रहा. कभी पाटलिग्राम, कभी कुसुमपुर, कभी अजीमाबाद और आज पटना नाम से जाना जाने लगा. इस शहर का अपना पुराना इतिहास है. यहां चंद्रगुप्त मौर्य ने 4वीं ईसा में अपनी राजधानी बनाई थी. हालांकि, इसके बाद इस नगर का महत्व कम हो गया. पटना की प्रसिद्धि का सूरज शेरशाह सूरी के शासन में फिर उगा. इस शहर को फिर से पहचान मिली. 

अजातशत्रु का पाटलिपुत्र
पटना को लेकर यह भी कहा जाता है कि यह पट्टन या पठान नाम का एक गांव था, जो बाद में पटना बन गया. ऐसा कहा जाता है कि पाटलिपुत्र की स्थापना अजातशत्रु ने की थी. इसलिए, पटना प्राचीन पाटलिपुत्र से अभिन्न रूप से जुड़ा हुआ है. प्राचीन गांव का नाम 'पाटलि' था और इसमें 'पट्टन' शब्द जोड़ा गया. ग्रीक इतिहास में 'पलिबोथरा' का उल्लेख है जो शायद पाटलिपुत्र ही है. अजातशत्रु ने इस नगर की सुरक्षा के लिए कई इंतजाम किए. यहां लिच्छवियों का आक्रमण लगातार होता है, इससे बचाने के लिए अजातशत्रु ने नगर की व्यवस्था कड़ी की.

अजातशत्रु के बेटे ने अपनी राजधानी राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित कर दी थी और मौर्य और गुप्त के शासनकाल के दौरान यह स्थिति बनी रही. महान अशोक ने यहीं से अपने साम्राज्य का प्रशासन किया. चंद्रगुप्त मौर्य और समुद्रगुप्त ने पाटलिपुत्र को अपनी राजधानी बनाया.   कौटिल्य जैसे कई प्रसिद्ध विद्वान यहां रुके थे और 'अर्थशास्त्र' जैसी रचनाएं यहीं से लिखी गई थीं. यह शहर प्राचीन काल में ज्ञान और बुद्धि का स्रोत था.

...वो मुगल शासक जिसने सजाया पटना
औरंगजेब के पोते प्रिंस अजीम-उस-शान 1703 में पटना के गवर्नर के तौर पर आए थे. उससे पहले शेरशाह ने अपनी राजधानी बिहारशरीफ से हटाकर पटना बना ली थी. यह प्रिंस अजीम-उस-शान ही थे जिन्होंने पटना को एक खूबसूरत शहर बनाने की कोशिश की और उन्होंने ही इसे 'अजीमाबाद' नाम दिया. हालांकि आम लोग इसे 'पटना' ही कहते रहे. पुराने पटना या आधुनिक पटना शहर में एक समय में चारों तरफ दीवार थी, जिसके अवशेष आज भी पुराने पटना के प्रवेश द्वार पर देखे जा सकते हैं.


यह भी पढ़ें- Indore Special : इंदौर को Mini Mumbai क्यों कहा जाता है?


 

क्यों प्रसिद्ध है पटना (Why is Patna famous)
पटना को ज्ञान की भूमि कहा जाता है. इसे हिंदू, बौद्ध और जैन धर्मावलंबियों के लिए 'पर्यटन गेटवे' कहा जाता है. यहां खाने के लिए सिर्फ लिट्टी चोखा ही नहीं बल्कि मीठे की भी कई वैरायटी मिलती हैं. पटना अपने साहिब गुरुद्वारा, गोलघर, तारामंडल, महात्मा गांधी सेतु, पटना संग्रहालय, संजय गांधी जू और पटन देवी मंदिर जैसे पर्यटन स्थलों के लिए भी जाना जाता है. यह शहर अपनी ऐतिहासिक इमारतों के लिए भी जाना जाता है. साथ ही तीन तरफ से नदियों से घिरे होने के कारण भी पटना पहचाना जाता है.  

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.