Brics Summit: भारत, रूस और चीन के लिहाज से आज का दिन बहुत ही खास होने वाले है. रूस के कजान शहर में आज एक ऐतिहासिक मीटिंग होने वाली है. इस मीटिंग पर अमेरिका सहित पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं. ये मीटिंग इस लिहाज से खास हो जाती है क्योंकि इस बैठक में दुनिया के तीन ताकतवर देशों का नेतृत्व करने वाले राष्ट्र प्रमुख पूरे 5 साल बाद एक टेबल पर नजर आएंगे.
इस औपचारिक बात चीत के दौरान आज प्रधानमंत्री मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक होनी है. अब ये बैठक इसलिए भी खास हो जाती है कि दुनिया भर में कई देशों में उथल-पुथल चल रही हैं. अलग-अलग देशों में जंग भी चल रही है. इससे पहले जिनपिंग और पीएम मोदी का आमना-सामना इससे पहले 2019 में ब्राजील में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हुआ था.
भारत के लिए होगा फायदा
भारत पर कनाडा पिछले कुछ दिनों से लगातार बेबुनियाद आरोप लगा रहा है. इसमे अमेरिका समेत कई फाइव आइज देश भी कनाडा का पक्ष लेते नजर आ रहे हैं. अब जिनपिंग और प्रधानमंत्री के बीच ये बैठक फाइव आइज ग्रुप के लिए कड़ा जवाब माना जा रहा है. इस बैठक के बाद अगर चीन और भारत के संबंधों में सुधार आ जाता है तो भारत की पश्चिमी देशों पर निर्भरता काफी कम हो जाएगी.
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कैसे है LAC हालात
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पेट्रोलिंग को लेकर भारत और चीन के बीच एक नई सहमति बनने के बाद आज दोनों देशों के बीच यह बैठक हो रही है. बता दें कि भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच मई 2020 से यह गतिरोध चल रहा है और सीमा विवाद का पूर्ण समाधान अभी तक नहीं हो पाया है. हालांकि दोनों पक्ष संघर्ष के कई बिंदुओं से पीछे हट गए हैं.
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