डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले एनडीए सांसदों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने सांसदों से चुनाव की तैयारी करने और जीत के लिए कुछ बातों का ध्यान रखने का निर्देश दिया. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सभी सांसदों को अपने क्षेत्र के गरीबों का ध्यान रखना चाहिए और उनकी मदद करनी चाहिए. उन्होंने जनता के साथ संवाद करने की जरूरत पर बल दिया और इलाके में कॉल सेंटर लगाने का निर्देश दिया. सांसदों की इस बैठक में पीएम ने एक तरह से जीत के लिए रणनीति तय कर दी है. साथ ही, विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA) से निपटने का भी मूलमंत्र दे दिया है. पीएम ने जीत का मंत्र देते हुए कहा कि गरीबी ही सबसे बड़ी जाति है.
गरीबी को बताया सबसे बड़ी जाति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत का मंत्र देते हुए कहा कि सांसदों को अपने क्षेत्र में काम का प्रचार करना चाहिए और इसके लिए कॉल सेंटर की स्थापना करें. उन्होंने चुनावी वोटों के लिहाज से कहा कि जनप्रतिनिधियों को अपने इलाके के गरीबों की मदद करनी चाहिए. गरीबी ही इस देश में सबसे बड़ी जाति है. पीएम के इस बयान के पीछे कई अर्थ छिपे हैं. जातियों में बंटे समाज को वोट बैंक के लिहाज से एकजुट करने का संदेश इस बयान में समझा जा रहा है. प्रधानमंत्री ने सांसदों से कहा कि अपने क्षेत्र में अब उन्हें ज्यादा वक्त बिताना चाहिए.
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पीएम ने कहा, अच्छे कामों का प्रचार करें
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए कहा कि अब चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं बचा है और जनता तक संवाद करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि सांसदों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार करना चाहिए और इसके लिए कॉल सेंटर बनाएं. उन्होंने कहा, 'अपने क्षेत्र में नए काम करने के बजाय जो काम हो चुका है उसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार करें. हमने राम मंदिर बनाया, कश्मीर से धारा 370 खत्म किया. इन मुद्दों पर वोट नहीं मिल सकते हैं. वोट गरीबों के लिए किए गए कामों और उनकी मदद से ही मिलेंगे.'
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प्रधानमंत्री ने दक्षिण भारत के लिए दिया संदेश
पीएम मोदी ने इस बैठक में कहा कि दक्षिण भारत में विपक्षी दलों का गठबंधन भ्रष्टाचार का मॉडल है. उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत में केंद्र सरकार की योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा प्रचार करें. बता दें कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस सत्ता में आई है जकि तमिलनाडु, केरल जैसे राज्यों में बीजेपी का जनाधार न के बराबर है. ऐसे में विपक्षी दलों से असली टक्कर बीजेपी और एनडीए को दक्षिण में ही मिलने की उम्मीद की जा रही है. इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पीएम ने दक्षिण भारत पर जोर दिया है.
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