डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी (Prahlad Modi) एक राशन डीलर हैं. वह गुजरात राशन डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं. प्रह्लाद मोदी का कहना है कि वह अपने भाई नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से नाराज नहीं हैं लेकिन राशन डीलर (Ration Dealer) को दिए जाने वाले कमीशन के खिलाफ हैं. उनका कहना है कि लगातार मांग के बावजूद राशन डीलरों की मांग स्वीकार नहीं की जा रही है इसलिए वह 2 अगस्त को अपने एसोसिएशन के साथ दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे. प्रह्लाद मोदी ने यह भी कहा है कि पिछले आठ सालों में अपने भाई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी एक भी बार मुलाकात नहीं हुई है.
प्रह्लाद मोदी देश की राशन डीलर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भी हैं. भले ही उनके बड़े भाई नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं लेकिन उनका कहना है कि नरेंद्र मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए 14 साल में केवल 3 बार उनकी मुलाकात हुई. उन्होंने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 8 साल के अंदर एक भी बार उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं हुई है.
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राशन डीलर के मुद्दे पर होगा प्रदर्शन
उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी और बेटी की मौत होने के बाद भी पीएम मोदी घर नहीं आए बल्कि फोन पर ही उन्होंने शोक जताया. प्रहलाद मोदी ने कहा कि उनका काम- धंधा राशन डीलर का है और वह डीलर एसोसिएशन के मुखिया भी हैं। इसलिए राशन डीलरों के हित की बात करना उनका भी कर्तव्य बनता है. उन्होंने कहा कि राशन डीलर के कमीशन को लेकर वह अपने भाई से नाराज नहीं हैं लेकिन उनकी सरकार के बनाए गए नियमों के खिलाफ हैं.
प्रह्लाद मोदी के मुताबिक, राशन डीलर को जो कमीशन दिया जा रहा है, वह नाकाफी है. लगातार मांग करने के बाद भी राशन डीलर की तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में मजबूर होकर वह 2 अगस्त से जंतर-मंतर पर पहुंचकर अपनी कुछ मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने बताया कि वह खुद भी राशन डीलरों के बीच रहेंगे और अपना विरोध दर्ज कराएंगे.
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राशन डीलरों को कोरोना वॉरियर बनाने की मांग
राशन डीलरों का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा, 'राशन डीलर की सबसे बड़ी मांग यह है कि कोरोना के दौरान जहां परिवार वाले भी एक दूसरे से दूर रह रहे थे. उस दौरान भी लोगों को राशन पहुंचाने में राशन डीलर का सबसे बड़ा योगदान रहा. राशन डीलर्स ने बगैर पीपीई किट के लोगों को राशन पहुंचाया, इसलिए राशन डीलर को कोरोना वारियर घोषित किया जाए.'
इसके अलावा, देश की वर्ल्ड फूड ऑर्गनाइजर कमेटी में राशन डीलर के कमीशन को लेकर चर्चा हुई तो कमेटी की अध्यक्ष सीतारमण की अध्यक्षता में कमीशन लागू किया था. जिसमें राशन डीलर को 460 प्रति कुंतल दिए जाने की बात कही गई थी लेकिन कमेटी के तहत कमीशन नहीं मिल पा रहा है. वहीं, बढ़ती महंगाई के सवाल पर उन्होंने कहा, 'यह विश्वव्यापी महंगाई है. केवल भारत में महंगाई बढ़ रही है ऐसा कहना सही नहीं है'.
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