डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग के लिए रवाना हो गए हैं. प्रधानमंत्री शाम 5:15 बजे जोहानिसबर्ग पहुंचेंगे, जहां 22 से 24 अगस्त तक चलने वाले ब्रिक्स समिट में शामिल होंगे. कोरोना महामारी के बाद पहली बार ब्रिक्स देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेता एक बार पर फिर मंच पर साथ दिखाई देंगे. समिट के दौरान पीएम मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात होगी या नहीं, इसको लेकर विदेश मंत्रालय की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि ब्रिक्स का विस्तार शिखर बैठक का एक महत्वपूर्ण एजेंडा है. ब्रिक्स की सदस्यता बढ़ाने को लेकर भारत सकारात्मक मानसिकता और खुला सोच रखता है. इस बारे में ब्रिक्स के सभी सदस्यों के बीच आम सहमति बनने का फैसला होगा. उन्होंने कहा कि पांच देशों के इस समूह के विस्तार को लेकर उसका ‘खुला मन’ और‘मंशा सकारात्मक’ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के शहर में 22 से 24 अगस्त तक आयोजित होने वाले 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे जाएंगे. उनकी यह यात्रा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति साइरिल रामफोसा के निमंत्रण पर होगी.
ब्रिक्स पांच विकासशील देशों का समूह है जो विश्व की 41 प्रतिशत आबादी, 24 प्रतिशत वैश्विक जीडीपी और 16 प्रतिशत वैश्विक कारोबार का प्रतिनिधित्व करता है. जोहानिसबर्ग के बाद प्रधानमंत्री मोदी यूनान जाएंगे जहां वह मेजबान प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस के साथ दोनों देशों के सम्पूर्ण आयामों पर विस्तृत चर्चा करेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच ब्रिक्स शिखर बैठक से इतर चर्चा होगी, विदेश सचिव क्वात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय बैठकों को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है.
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BRICS सदस्यता के लिए 23 देशों ने किया आवेदन
ब्रिक्स के विस्तार के संबंध में क्वात्रा ने कहा, ‘जब ब्रिक्स विस्तार की बात आती है तो हमारा इरादा सकारात्मक और मन खुला होता है.’ ब्रिक्स का विस्तार शिखर बैठक का एक महत्वपूर्ण एजेंडा है. करीब 23 देशों ने ब्रिक्स की सदस्यता के लिए आवेदन किया है.
क्या है PM मोदी का कार्यक्रम
पीएम मोदी भारतीय समयनुासर आज शाम 5:15 बजे दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग पहुंचेंगे. 7:30 बजे ब्रिक्स बिजनेस फोरम लीडर्स डायलॉग में शामिल होंगे. इसके बाद रात 9:30 बजे ब्रिक्स लीडर्स रिट्रीट में हिस्सा लेंगे. यह क्लोज डोर मीटिंग होगी. फिर 23 अगस्त को ब्रिक्स सम्मेलन में शिरकत करेंगे. यह सम्मेलन 2 सत्र में होगा. 24 अगस्त को पीएम मोदी ब्रिक्स अफ्रीका आउटरीच कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे. इसके बाद साउथ अफ्रीका के कुछ नेताओं से प्रधानमंत्री मोदी की द्विपक्षीय वार्ता होगी.
भारत के लिए क्यों अहम है सम्मेलन?
15वां ब्रिक्स समिट भारत के लिए अहम माना जा रहा है. क्योंकि इसके विस्तार से आपसी व्यापार व आर्थिक समझौतों से भारतीय आयात-निर्यात को बढ़ावा मिलेगा. ब्रिक्स बैंक के मुद्दे पर सहमति बनने से ब्रिक्स देशों के साथ रुपये के मुद्रा विनिमय में उतार-चढ़ाव का जोखिम नहीं रहेगा. इसके अलावा भारत आतंकवाद के मुद्दे को भी बड़े मंच से उठा सकता है. इससे ब्रिक्स देशों से बेहतर कूटनीतिक सहयोग भारत को मिल सकता है.
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