डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर मंगलवार को गुजरात में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है. प्रधानमंत्री ने नर्मदा जिले के केवड़िया में आयोजित एक समारोह में उपस्थित लोगों को एकता की शपथ दिलाई.
पीएम मोदी ने इस दौरान केवड़िया में कहा कि भारत गुलामी के पुराने निशानों को मिटा रहा है. भारतीय नौसेना ने अपना नया ध्वज अपनाया है. उन्होंने कहा कि कानून के क्षेत्र में भारतीय न्याय संहिता को लाने का काम किया गया है. दिल्ली में भी गुलामी के निशानों को खत्म किया जा रहा है.
विपक्ष पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति देश की एकता के रास्ते में बड़ी रुकावट है. भारत के बीते दशक इस बात के गवाह हैं कि तुष्टिकरण करने वालों को आतंकवाद, उसकी भयानकता और विकारलता दिखाई नहीं देती. तुष्टिकरण करने वालों को मानवता के दुश्मनों के साथ खड़े होने में संकोच नहीं होता. आतंकी गतिविधियों की जांच से बचते हैं. देशविरोधी तत्वों पर कार्रवाई करने से कोताही बरते हैं. ऐसी सोच रखने वाले कभी समाज या देश का भला नहीं कर सकते.
पीएम मोदी ने नर्मदा जिले के केवड़िया में आयोजित एक समारोह में उपस्थित लोगों को एकता की शपथ दिलाई. उन्होंने राष्ट्रीय एकता दिवस परेड का भी निरीक्षण किया, जिसमें सीमा सुरक्षा बल और राज्य पुलिस बल के मार्चिंग दलों ने भी भाग लिया. वह बाद में एक सभा को संबोधित करेंगे और 160 करोड़ रुपये की कई विकासात्मक परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे. सरदार पटेल को समर्पित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने 31 अक्टूबर 2018 को किया था. यह 182 मीटर की ऊंचाई वाली दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है.
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पीएम मोदी ने X पर किया पोस्ट
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘सरदार पटेल की जयंती पर, हम उनकी अदम्य भावना, दूरदर्शी नेतृत्व और असाधारण समर्पण को याद करते हैं जिससे उन्होंने हमारे राष्ट्र के भाग्य को आकार दिया. राष्ट्रीय एकता के लिए उनकी प्रतिबद्धता आज भी हमारा मार्गदर्शन करती है. हम हमेशा उनकी ऋणी रहेंगे.’
सरदार पटेल देश के पहले गृह मंत्री थे और उन्होंने आजादी के बाद भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इसलिए उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.
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