डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी के समय हुए विभाजन की त्रासदी का जिक्र करते हुए सोमवार को कहा कि उस समय भारी संख्या में लोगों ने तिरंगे की शान एवं मातृभूमि से प्यार के कारण काफी कुछ खोया तथा नयी जिंदगी की शुरुआत करने का उनका संकल्प नमन करने योग्य है. लाल किले की प्राचीर से 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कल 14 अगस्त को हमने ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ बड़े भारी मन से मनाया.
देश की आजादी के समय हुए विभाजन की त्रासदी के संदर्भ में उन्होंने कहा, "तब कोटि-कोटि जनों ने तिरंगे की शान और मातृभूमि की मिट्टी से प्यार के कारण बहुत कुछ सहन किया था, लेकिन धैर्य नहीं खोया." उन्होंने कहा, "नई जिंदगी की शुरुआत करने का उनका संकल्प नमन करने योग्य है. आज का यह दिवस ऐतिहासिक है."
Video : 75 साल, भारत की 75 अनोखी कहानियां
ज्ञात हो कि वर्ष 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन द्वारा भारत के विभाजन के बाद एक अलग देश के रूप में पाकिस्तान बनाया गया था. इस दौरान लाखों लोग विस्थापित हुए थे और उनके बाद हुई सांप्रदायिक हिंसा में काफी संख्या में लोगों की जान चली गई थी.
Video : लाल किले से पीएम मोदी ने आने वाले 25 सालों के लिए 5 प्रण
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल घोषणा की थी कि लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाया जाएगा. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी की जंग लड़ने वाले और आजादी के बाद देश बनाने वाले अनेक महापुरुषों को आज नमन करने का अवसर है. उन्होंने कहा, "यह एक पुण्य पड़ाव, एक नई राह, एक नए संकल्प और नए सामर्थ्य के साथ कदम बढ़ाने का शुभ अवसर है."
इनपुट- PTI
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.