डीएनए हिंदी: अतीक अहमद और अशरफ के तीनों हत्यारों को पहले प्रयागराज की जेल में रखा गया था. यहां खतरे को देखते हुए इन तीनों को बगल के प्रतापगढ़ जिले की जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी इन तीनों (लवलेश, सनी और अरुण) को प्रतापगढ़ से प्रयागराज ले आ रही है. जिस तरह से अतीक अहमद को दो बार साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया, ठीक उसी अंदाज में गाड़ियों के लंबे-चौड़े काफिले और भरपूर सुरक्षा के बीच इन तीनों को भी लाया जा रहा है.
इन तीनों हमलावरों को प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट में पेश किया जाएगा. एसआईटी ने तीनों की रिमांड के लिए कोर्ट में अपील दायर की है. बता दें कि इन तीनों को प्रयागराज तक लाने के लिए 60 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो. इसके लिए कुल 7 गाड़ियां लगाई गई हैं. जिसमें दो प्रिजनर वैन, दो जिप्सी, 3 बोलेरो और सीओ की एक गाड़ी शामिल हैं.
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सुरक्षा पर कोई चूक नहीं चाहती यूपी पुलिस
पुलिस कस्टडी में मीडिया के सामने ही अतीक अहमद और अशरफ को गोली मारे जाने के बाद यूपी पुलिस की जमकर किरकिरी हुई है. इसके बाद से ही पुलिस हर संभव कोशिश कर रही है ताकि दोबारा ऐसा कुछ न हो. यही वजह है कि प्रयागराज तक इन तीनों को लाते समय सुरक्षा एकदम चाक-चौबंद रखी गई है.
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बता दें कि इन तीनों से हुई पूछताछ और इनके पास से मिले हथियारों के आधार पर पुलिस को शक है कि ये तीनों सिर्फ मोहरा भर है. पुलिस इस बात की जांच में जुटी हुई है कि क्या इन्होंने खुद से अतीक और अशरफ को मारा या इस पूरे कांड के पीछे किसी और का हाथ भी है.
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