ये सियासी पार्टियां करती हैं धार्मिक नाम और चुनाव चिह्न का इस्तेमाल, क्या है इनकी कहानी?

Written By आदित्य प्रकाश | Updated: Apr 17, 2024, 12:10 PM IST

अलग-अलग धर्मों के धार्मिक चिन्ह

कहा गया है कि राजनीति (Politics) की दशा और दिशा बदलने में धर्म (Religion) बहुत बड़ा रोल अदा करता आया है. आइए कुछ प्रमुख पार्टियों के बारे में तफ्सील से जानते हैं.

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर सभी पार्टियां जोरों-शोरों से अपना चुनाव-प्रचार कर रही हैं. इनमें कई ऐसी भी पार्टियां हैं, जिनका नाम और चुनाव चिन्ह धर्म पर आधारित है. इनमें मुस्लिम लीग  (Muslim League) और हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) जैसे नाम शामिल हैं. वैसे भी कहा गया है कि राजनीति की दशा और दिशा बदलने में धर्म बहुत बड़ा रोल अदा करता आया है. आइए कुछ प्रमुख पार्टियों के बारे में तफ्सील से जानते हैं.

1) अखिल भारतीय हिन्दू महासभा (All India Hindu Mahasabha)
यह पार्टी हिन्दू धर्म की सियासत करती है. इसका दावा है कि ये हिंदू हितों की बात करती है. ये पार्टी आजादी से पहले से वजूद में है. एक जमाने में विनायक दामोदर सावरक इसे लीड कर रहे थे. इस पार्टी की स्थापना सन 1915 में हुई थी. स्वस्तिक और तलवार इस पार्टी का प्रतीक है. 

2) भारतीय मुस्लिम लीग (Indian Union Muslim League)
यह पार्टी मुस्लिम धर्म और उनके हितों की बात करती है. इस पार्टी का दावा है कि ये भारत में मुस्लिम समुदाय के हितों की रक्षा और उसका प्रतिनिधित्व करती है. इसकी स्थापना 10 मार्च 1948 में हुई थी. सीढ़ी इस दल का चुनाव चिन्ह है.


3) शिवसेना (Shiv Sena)
ये दल आज दो धड़ों में बंटा चुका है. शिवसेना महाराष्ट्र को लेकर आधारित एक राजनीतिक दल है, जो मुख्य तौर पर महाराष्ट्र में काफी मजबूत है.  इसकी स्थापना 19 जून 1966 में हुई थी. इसकी स्थापना बाल ठाकरे ने की थी. इस दल का प्रतीक तीर धनुष है. इस पार्टी में शिव के दो अर्थ हैं, एक शिव देवता से है, दूसरा छत्रपति शिवाजी महराज से है.


4) शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal)
यह पार्टी सिख समुदाय और खालसा पंथ के हितों की बात करती है. इसकी स्थापना 14 दिसंबर 1920 को सिख धार्मिक संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की एक टास्क फोर्स के तौर पर हुई थी. सरदार सरमुख सिंह चुब्बल इस सियासी दल के पहले अध्यक्ष थे, लेकिन बाद में पार्टी की कमान मास्टर तारा सिंह के हाथों में आ गई. सिख धर्म में अकाल का अर्थ होता है सत्य यानी ईश्वर. सुखबीर सिंह बादल मौजूदा अकाली दल के अध्यक्ष हैं. तराजू उनका चुनाव चिन्ह है.

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