सदन से संगोल हटाने पर फिर छिड़ा विवाद, SP-RJD की मांग पर BJP ने कही ये बात

अनामिका मिश्रा | Updated:Jun 27, 2024, 02:59 PM IST

लोकसभा चुनाव 2024 के बाद नई सरकार गठित हो चुकी है. नए संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष की सीट के पास स्थापित राजदंड 'सेंगोल' को लेकर राजनीति गरमा गई है. समाजवादी पार्टी सांसद आरके चौधरी ने इस मामले को उठाया है.

लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद 9 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगातार तीसरी बार PM पद की शपथ ली. इस समय संसद का पहला सत्र चल रहा है. लोकसभा सदस्यों के शपथग्रहण और स्पीकर के चुनाव के बाद आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. लोकिन इन सबके बीच लोकसभा में स्थापित किए गए सेंगोल पर सियासत गरमा गई है. दरअसल विपक्षी दलों ने स्पीकर के आसन के पास स्थापित सेंगोल को हटाने की मांग की है. 

क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के लखनऊ की मोहनलालगंज लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी सांसद आरके चौधरी ने संसद में सेंगोल का मुद्दा उठाया. उन्होंने संसद में सेंगोल की जगह संविधान रखे जाने की मांग कर दी है. दरअसल, नई लोकसभा गठन के बाद गुरुवार को राष्ट्रपति का अभिभाषण हुआ. इससे पहले ही सपा सांसद ने सेंगोल को राजा-महाराजाओं का प्रतीक बताकर उसे संसद से हटाने की मांग कर दी. उन्होंने प्रोटेम स्पीकर को लिखी चिट्‌ठी में कहा कि सेंगोल राजा-महाराजाओं का प्रतीक है, इसलिए इसे संसद हटा देना चाहिए. सेंगोल की जगह संसद में संविधान की एक विशाल प्रति लगाई जानी चाहिए.

'सेंगोल नहीं संविधान है महत्वपूर्ण'
संसद एक संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण से पहले समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद आरके चौधरी ने कहा, 'संविधान महत्वपूर्ण है जो लोकतंत्र का प्रतीक है. अपने पिछले कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने संसद में 'सेंगोल' स्थापित किया. 'सेंगोल' का अर्थ है 'राज-दंड', इसका अर्थ 'राजा का डंडा' भी होता है. देश रियासती व्यवस्था को खत्म करके आजाद हुआ. देश 'राजा के डंडे' से चलेगा या संविधान से? मैं मांग करता हूं कि संविधान को बचाने के लिए संसद से सेंगोल को हटाया जाए.'


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अखिलेश यादव ने दी प्रतिक्रिया
आरके चौधरी के बयान पर समाजवादी पार्टी के मुखिया और सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि, "मुझे लगता है कि हमारे सांसद शायद ऐसा इसलिए कह रहे हैक्योंकि जब इसे (सेंगोल) स्थापित किया गया था, तो प्रधानमंत्री ने इसके सामने सिर झुकाया था. शायद शपथ लेते वक्त वह इसे भूल गए, हो सकता है कि मेरी पार्टी ने उन्हें यह याद दिलाने के लिए ऐसा कहा हो. जब प्रधानमंत्री इसके सामने सिर झुकाना भूल गए, तो शायद वह भी कुछ और चाहते थे.

सेंगोल हटाने को लेकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सांसद ने SP का समर्थन किया है, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सांसद मांग के विरोध में हैं.

भाजपा ने कही ये बात
समाजवादी पार्टी सांसद की ओर से गरमाए गए सेंगोल मुद्दे पर भाजपा सांसद खगेन मुर्मू ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है. उन्होंने कहा कि इन लोगों के पास कोई दूसरा काम नहीं है. विपक्ष ने संविधान के बारे में लोगों को गुमराह किया है. ये लोग संविधान को  नहीं मानते हैं. मोदी जी संविधान का बहुत सम्मान करते हैं. 

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