डीएनए हिंदी: दिल्ली को बारिश के कारण वायु प्रदूषण से जो राहत मिली थी वह दिवाली की आतिशबाजी में स्वाहा हो गई. राजधानी में प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार सुबह 5 बजे दिल्ली के आरके पुरम में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 422 दर्ज किया गया. फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले कण PM2.5 प्रमुख प्रदूषक बने रहे. वहीं कुछ इलाकों में एक्यूआई 452 को भी पार गया है.
दिवाली के बाद से दिल्ली में सुबह धुंए की परत नजर आ रही है और वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार सुबह दिल्ली के आरके पुरम में एक्यूआई 422, द्वारका में 406 और आईटीओ पर 432 पहुंच गया, जो बहुत गंभीर श्रेणी में आता है. वहीं दिल्ली के पड़ोसी शहर नोएडा में AQI लगभग समान ही है. सीपीसीबी के आंकड़ों से पता चला कि सुबह 5 बजे नोएडा सेक्टर-125 में वायु गुणवत्ता सूचकांक 406 (गंभीर) था. नोएडा सेक्टर-62 में AQI 377 दर्ज किया गया. हरियाणा के गुरुग्राम AQI 430 पार कर गया है.
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दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बना दिल्ली
वायु गुणवत्ता निगरानी में विशेषज्ञता रखने वाली स्विस कंपनी आईक्यूएयर के अनुसार, सोमवार को दिल्ली, दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था, इसके बाद पाकिस्तान के लाहौर और कराची शहरों का स्थान था. दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में मुंबई और कोलकाता क्रमश: पांचवें और छठे स्थान पर हैं. दिल्ली में रविवार को दिवाली के दिन 8 वर्षों में सबसे बेहतर वायु गुणवत्ता दर्ज की गई थी. इस दौरान 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 218 दर्ज किया गया था. लेकिन रविवार देर रात तक आतिशबाजी होने से कम तापमान के बीच प्रदूषण के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई.
एक्यूआई शून्य से 50 के बीच 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 450 के बीच 'गंभीर' माना जाता है. एक्यूआई के 450 से ऊपर हो जाने पर इसे 'अति गंभीर' श्रेणी में माना जाता है. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कम करने के लिए रणनीति तैयार करने के लिए जिम्मेदार वैधानिक निकाय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के एक अधिकारी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि दिवाली के बाद प्रदूषण के स्तर में वृद्धि दो कारकों पटाखे फोड़ने और पराली जलाने के कारण होती है. इस मामले में आतिशबाजी प्रमुख कारण है.
दिल्ली में लागू होगा Odd-Even?
राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को बैठक की थी. बैठक में उन्होंने साफ कर दिया था कि अगर दिल्ली की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच जाती है तो दिल्ली सरकार ऑड-ईवन लागू कर देगी. उन्होंने बताया कि दिल्ली में अगर AQI 450 के ऊपर जाता है तो Odd-Even नियम लागू किया जाएगा.
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