डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश का प्रयागराज शुक्रवार शाम गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. धूमनगंज इलाके में बीएसपी के पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि धूमनगंज थानाक्षेत्र में उमेश पाल के घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने बम और गोली से उन पर हमला किया. इस हमले में उमेश पाल के अलावा उनके दो सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए. बीच सड़क पर हुए इस शूट आउट से इलाके में सनसनी फेल गई.
प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया की आज शाम को पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि किसी मामले में पैरवी कर रहे उमेश पाल पर हमला हुआ. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से उन्हें दो सुरक्षाकर्मी दिए गए थे और वे भी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए हैं. पुलिस ने बताया कि स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में इलाज के दौरान उमेश पाल की मौत हो गई, जबकि एक सुरक्षाककर्मी वेंटिलेटर पर है और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. उनके अनुसार दूसरे सुरक्षाकर्मी का भी इलाज चल रहा है.
ये भी पढ़ें- बाल नोंचे, थप्पड़ मारे, लेकिन फिर भी नहीं हो सका स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव, अब 27 फरवरी को फिर होगा मतदान
उन्होंने बताया कि यह घटना उमेश पाल के घर के बाहर हुई है. उन्होंने कहा कि परिजन धूमनगंज थाना में तहरीर दे रहे हैं जिसके आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी. पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए आठ से दस टीम लगा दी गई हैं और ये टीम अलग-अलग जगह गई हैं. इस वारदात का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. जिसमें बदमाश उमेश पाल पर अंधाधुंध गोलियां बरसा रहे हैं. वीडियो में बम भी फेंके जा रहे हैं जिससे धुंआ-धुंआ नजर आ रहा है.
ये भी पढ़ें- लाइव वीडियो बनाने के चक्कर में दो युवकों ने रेलवे ट्रैक पर गवाई जान
उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता लगाया जा रहा है कि हमलावर कितनी संख्या में थे. उल्लेखनीय है कि राजू पाल बहुजन समाज पार्टी के विधायक थे और 2005 में उनकी हत्या कर दी गयी थी.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.