डीएनए हिंदी: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) का मुद्दा हमेशा ही विवादों में रहा है और राष्ट्रपति चुनावों (President Election 2022) के दौरान एक बार फिर यह मुद्दा गर्म हो गया है और इस बार इस मामले को विपक्षी दलों के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने यह बयान जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में दिया है. साथ ही उन्होंने इस मुद्दे को हल करने की बात भी कही है.
दरअसल, यशवंत सिन्हा ने श्रीनगर में एक अहम बयान देते हुए कहा, "अगर वह राष्ट्रपति चुने जाते हैं, तो वह केंद्र सरकार से कश्मीर मुद्दे को स्थायी रूप से हल करने और क्षेत्र में शांति बहाल करने का आग्रह करेंगे." उन्होंने कहा, "निर्वाचित होने पर मेरी प्राथमिकताओं में से एक सरकार से कश्मीर के मुद्दे को हल करने, शांति, न्याय, लोकतंत्र, सामान्य स्थिति बहाल करने,जम्मू-कश्मीर के प्रति शत्रुतापूर्ण विकास को समाप्त करने के आवश्यक कदम उठाने का आग्रह करना होगा."
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पूर्व मुख्यमंत्रियों से की मुलाकात
आपको बता दें कि यशवंत सिन्हा ने यह बयान श्रीनगर में जाकर दिया है. सिन्हा 18 जुलाई को होने वाले चुनाव से पहले अपने लिए समर्थन जुटाने के लिए श्रीनगर पहुंचे है और इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की तारीफ करते हुए कहा कि देश में इन दोनों नेताओं से बड़ा कोई देशभक्त नहीं है.
अब्दुल्ला और मुफ्ती हैं बड़े देशभक्त
गौरतलब है कि इस दौरान यशवंत सिन्हा ने फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि देश में इनसे बड़ा देशभक्त नहीं है, अगर ये देशभक्त नहीं हैं, तो हममें से किसी को भी अपने देश के प्रति देशभक्ति का दावा करने का अधिकार नहीं है.
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18 जुलाई को है वोटिंग
आपको बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग ने 16वें राष्ट्रपति चुनाव की तारीख 18 जुलाई निर्धारित की है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का उत्तराधिकारी चुनने के लिए सांसदों और विधायकों के कुल 4,809 मतदाता मतदान करेंगे. एक तरफ जहां इस चुनाव में विपक्षी दलों ने यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है तो दूसरी ओर एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार आदिवासी महिला नेता द्रौपदी मुर्मू को घोषित किया है.
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