Draupadi Murmu की राह हुई आसान, BJD के समर्थन से बन जाएगी बात, जानिए क्या है वोटों का पूरा गणित

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 22, 2022, 10:34 PM IST

द्रौपदी मुर्मू बनीं राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार

President Election 2022: नवीन पटनायक की बीजेडी ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान करके बीजेपी गठबंधन की जीत लगभग सुनिश्चित कर दी है.

डीएनए हिंदी: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राष्ट्रपति पद (President Election) के लिए द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के नाम का ऐलान करते वक्त जो सोच रखी थी वह एकदम सही साबित होती दिख रही है. ओडिशा सरकार (Odisha Government) में मंत्री रहीं द्रौपरी मुर्मू के समर्थन में बीजू जनता दल (बीजेडी) भी उतर आई है. बीजेडी (BJD) के अलावा जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस और तमिलनाडु की एआईएडीएमके (AIADMK) भी द्रौपदी मुर्मू के लिए वोट कर सकती है. बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस जैसी पार्टियों के साथ आने की वजह से द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी काफी मजबूत हो जाएगी. कहा जा रहा है कि अगर एनडीए गठबंधन से बाहर की दो-तीन पार्टियां द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में आ जाती हैं तो उनका राष्ट्रपति बनना तय है. 

नवीन पटनायक ने ऐलान किया है कि बीजेडी राष्ट्रपति चुनाव में 'ओडिशा की बेटी' का साथ देगी. इसके साथ ही देश को पहली आदिवासी और सबसे युवा राष्ट्रपति मिलने का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है. बीजद के समर्थन देने की घोषणा के बाद एनडीए को कुल वोटों में से 52 प्रतिशत से अधिक मिलना तय माना जा रहा है. 

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द्रौपदी मुर्मू की राह आसान करेगी BJD
राष्ट्रपति चुनाव में कुल वोटों की संख्या 10, 86, 431 हैं. एनडीए के खाते में अब 5,67,000 वोट आने के आसार हैं. इसमें बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के सांसदों के 3,08,000 वोट भी शामिल हैं. निर्वाचक मंडल में बीजेडी के कुल 32,000 वोट हैं जो कि कुल वोट का 2.9 प्रतिशत हिस्सा है. बीजेडी के पास 147-सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में 114 विधायक हैं जबकि बीजेपी के 22 विधायक हैं. संसद के दोनों सदनों में बीजेडी के 12-12 सदस्य हैं. बीजेपी को उम्मीद है कि एनडीए की उम्मीदवार को वाईएसआर कांग्रेस और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) जैसे कुछ क्षेत्रीय दलों का समर्थन भी मिल सकता है.

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राज्यसभा के हाल में हुए चुनाव के बाद उच्च सदन में बीजेपी के सदस्यों की कुल संख्या 92 हो गई है जबकि लोकसभा में उसके 301 सदस्य हैं. उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों के हालिया विधानसभा चुनावों में बीजेपी की शानदार जीत से भी एनडीए उम्मीदवार की जीत की संभावनाओं को बल मिला है. किसी अन्य राज्य के मुकाबले उत्तर प्रदेश के विधायकों के वोट का मूल्य सर्वाधिक है. हालांकि, 2017 के राष्ट्रपति चुनाव के मुकाबले इस बार के चुनाव में एनडीए के विधायकों की संख्या कम है. हालांकि, उसके सांसदों की संख्या बढ़ गई है. 

संसद में बीजेपी के पास हैं 393 सदस्य
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, संसद के दोनों सदनों के कुल 776 सदस्यों में बीजेपी के कुल 393 सदस्य हैं. इनमें राज्यसभा के चार मनोनीत सदस्य शामिल नहीं हैं क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव में वे वोट नहीं डाल सकते. जनता दल (यूनाइटेड) के 21 सांसदों के अलावा राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, अपना दल और पूर्वोत्तर के क्षेत्रीय और सहयोगी दलों के सांसदों की सदस्य संख्या को जोड़ लिया जाए तो बीजेपी उम्मीदवार और मजबूत स्थिति में पहुंच जाती हैं. राज्यसभा और लोकसभा के सदस्यों के वोट का मूल्य 700 हैं. 

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राज्यों में विधायकों की कुल संख्या 4033 हैं. राज्य के हिसाब से इन विधायकों का वोट निर्धारित है. लोकसभा की तीन सीटों पर उपचुनावों और राज्यसभा की 16 सीटों के लिए हुए चुनावों के परिणामों के बाद निर्वाचकों की अंतिम सूची जारी की जाएगी. 64 वर्षीय मुर्मू 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. वह झारखंड की पहली राज्यपाल थीं जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है. विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को संयुक्त उम्मीदवार बनाया है. 

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राष्ट्रपति पद का चुनाव 18 जुलाई को होना है. मतगणना 21 जुलाई को होगी. राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता है जिसमें संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य और दिल्ली तथा केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी सहित सभी राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य होते हैं. राज्यसभा और लोकसभा या राज्यों की विधानसभाओं के मनोनीत सदस्य निर्वाचक मंडल में शामिल होने के पात्र नहीं हैं, इसलिए वे चुनाव में भाग लेने के हकदार नहीं होते. इसी तरह, विधान परिषदों के सदस्य भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटदाता नहीं होते हैं.

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