Supreme Court की 75वीं वर्षगांठ (75 years of supreme court) पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सुप्रीम कोर्ट के नए ध्वज और प्रतीक चिन्ह का अनावरण रविवार को किया. दरअसल, पिछले दो दिन से दिल्ली में सर्वोच्च न्यायालय के आह्वान पर राष्ट्रीय जिला न्यायपालिका सम्मेलन चल रहा है. इसी सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करने राषट्रपति द्रौपदी मुर्मु पहुंचीं. दो दिन के इस सम्मेलन में बुनियादी ढांचा, समग्र न्यायलय कक्ष, न्यायिक सुरक्षा, मुकदमा प्रबंधन और प्रशिक्षण जैसे पांच सत्रों पर चर्चा की गई.
क्या खास है इस नए Flag
न्यूज एजेंसी ANI ने सुप्रीम कोर्ट के नए ध्वज का वीडियो साझा किया है. इस ध्वज में संस्कृत श्लोक 'यतो धर्मस्ततो जयः' लिखा गया है, जिसका अर्थ है जहां धर्म है, वहां विजय होगी. ध्वज के सबसे ऊपर अशोक चक्र, बीच में सुप्रीम कोर्ट की बिल्डिंग और सबसे नीचे संविधान की किताब है.
देखें नए ध्वज का वीडियो
यह भी पढ़ें - 'शादी का गिफ्ट दहेज नहीं' Dowry Prohibition Act की धारा-6 पर Supreme Court ने क्यों कही ये बात
राष्ट्रपति ने ये कहा?
सुप्रीम कोर्ट की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर समापन सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि अदालतों में मामले लंबित होना हम सभी के लिए एक बड़ी चुनौती है और इसके समाधान के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि देश के सभी न्यायाधीशों की जिम्मेदारी है कि वे न्याय की रक्षा करें. कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस D Y चंद्रचूड और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी शामिल हुए.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.