Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज होगा मतदान, द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा में किसका पलड़ा भारी

कुलदीप सिंह | Updated:Jul 18, 2022, 08:36 AM IST

Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटों की काउंटिंग 21 जुलाई को होगी. इसके बाद 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ ग्रहण करेंगे. बता दें कि 24 जुलाई को मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल खत्म होने वाला है.

डीएनए हिंदीः देश के 15वें राष्ट्रपति के लिए आज वोटिंग (Presidential Election 2022) होगी. सुबह 10 बजे से मतदान शुरू होना है. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. संसद भवन के कमरा नम्बर-63 में 6 बूथ बनाए गए हैं. जिसमें एक दिव्यांग वोटर के लिए है. मतदान का समय शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है. बता दें कि वोटिंग बैलेट पेपर से की जाएगी. सांसदों को बैलट पेपर पर राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम के आगे अपनी वरीयता दर्ज करना होगी. वोटिंग की गोपनीयता को बरकरार रखने के लिए बैलेट पेपर सीरियल नंबर की बजाए रैंडम तरीके से दिए जाएंगे. चुनाव में एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) तो विपक्ष से यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) मैदान में हैं. 21 जुलाई को काउंटिंग के बाद पता चल जाएगा कि देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा. 

किसका पलड़ा भारी 
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदाताओं के वोट की कुल वैल्यू 10,86,431 है. बीजेपी और उसके सहयोगियों के पास कुल वोट का करीब 48 फीसदी वोट है जबकि विपक्ष के पास 52 फीसदी वोट है. हालांकि बीजेडी ने एनडीए को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. वहीं शिवसेना भी एनडीए प्रत्याशी को ही समर्थन करेगी. इससे उसकी जीत की संभावना काफी बढ़ गई हैं. द्रौपदी मुर्मू ने भी अपने के लिए कई दलों का समर्थन जुटाया है. एनडीए प्रत्याशी मुर्मू के पास छोटी-बड़ी कुल 27 पार्टियों का समर्थन है. उनके समर्थन में वे गैर-एनडीए दल भी आ गए हैं, जिन्हें यशवंत सिन्हा का समर्थक माना जा रहा था. सपा के सहयोगी दल सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के अलावा बीजेपी, निषाद पार्टी और अपना दल (एस), बसपा और राजा भैया की पार्टी मुर्मू को समर्थन दे रहे हैं. शिवपाल सिंह यादव भी मुर्मू के पक्ष में वोट करेंगे.

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कौन हैं द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं. मुर्मू अनुसूचित जनजाति से संबंधित दूसरी व्यक्ति हैं, जिन्हें भारत के राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया है. द्रोपदी मुर्मू 2015 से 2021 तक झारखंड के नौवें राज्यपाल के रूप में काम कर चुकीं हैं. अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव में जीतती हैं तो वे राष्ट्रपति बनने वाली पहली आदिवासी महिला होंगी. 

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सांसद और विधायकों के वोट का कितना है मूल्य?
चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार एक सांसद के वोट का मूल्य 700 है. वहीं अलग-अलग राज्यों में हर विधायक के वोट का मूल्य अलग-अलग होता है. उत्तर प्रदेश में हर विधायक के वोट का मूल्य 208 है, फिर झारखंड और तमिलनाडु में 176 है. इसके बाद महाराष्ट्र में 175 है. वहीं सिक्किम में प्रत्येक विधायक की वोट का मूल्य सात है, जबकि नागालैंड में ये नौ और मिजोरम में आठ है.  

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