Prophet Muhammad row: पैगंबर विवाद पर भारत ने ईरान से कहा, दोषियों पर होगी ऐसी कार्रवाई कि सबके लिए सबक होगा

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 09, 2022, 03:55 PM IST

नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल

Nupur Sharma Controversy: पहली बार किसी खाड़ी देश के किसी नेता ने उच्चस्तरीय बैठक में पैगंबर विवाद को उठाया. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन...

डीएनए हिन्दी: सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के दो पदाधिकारियों द्वारा पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर किए गए विवादित बयान के बाद यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. यह मामला सामने आने के बाद बीजेपी ने दोनों पदाधिकारियों के पार्टी सस्पेंड कर दिया है. ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने भारत दौरे के दौरान इस मुद्दे को उठाया. इस मामले के सामने आने के बाद पहली बार किसी भी खाड़ी देश द्वारा इस स्तर पर यह मुद्दा उठाया गया है. गौरतलब है कि बीजेपी की नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) और नवीन जिंदल (Naveen Jindal) ने पैगंबर साहब को लेकर विवादित बयान दिया था.

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बैठक में पैगंबर मोहम्मद के लिए सम्मान की बात को दोहराया. उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकत करने वालों को कानून के तहत निपटा जाएगा, जो दूसरों के लिए सबक का काम करेगा. 

अब्दुल्लाहियान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की. दोनों भारत और ईरान के बीच लंबे समय से चली आ रही सभ्यता और सांस्कृतिक संबंधों को गर्मजोशी के साथ याद किया.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अब्दुल्लाहियान  दोनों द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों को कोविड के बाद आपसी व्यापार पर तेजी लाने के लिए काम करना चाहिए. उन्होंने अब्दुल्लाहियान से कहा कि वह जल्द ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी से मिलना चाहते हैं. मोदी ने कहा कि मैं उनसे मुलाकात को लेकर बहुत उत्सुक हूं.

प्रधानमंत्री मोदी ने मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भारत और ईरान के बीच सदियों पुराने सभ्यतागत संबंधों और विकास पर उपयोगी चर्चा के लिए विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान का स्वागत करते हुए खुशी हुई. हमारे संबंधों से दोनों देशों को लाभ हुआ है और क्षेत्रीय सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा मिला है.

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अब्दुल्लाहियान ने पैगंबर के लिए भारतीय लोगों और भारत सरकार के अधिकारियों के सम्मान की प्रशंसा की और भारत में सभी धर्मों के बीच धार्मिक सहिष्णुता और सह-अस्तित्व की भी प्रशंसा की.

अब्दुल्लाहियान ने धार्मिक संवेदनशील मुद्दों पर मुसलमानों की संवेदनशीलता पर ध्यान देने को कहा. साथ ही उन्होंने इस तरह के कृत्यों से निपटने के भारत सरकार के अधिकारियों के प्रयासों पर भी संतोष व्यक्त किया.

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