डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लग सकता है. नए साल में बिजली कंपनियों ने बिजली की दरों में 18 से 23 फीसदी तक इजाफा करने को कहा है. कंपनियों ने 14.9 प्रतिशत की वितरण हानियां दिखाईं हैं. वर्ष 2023-24 का गैप 9,140 करोड़ रुपये है. कुल बिजली खरीद का जो अनुमान है वह लगभग 134751 मिलियन यूनिट है. प्रदेश की बिजली कंपनियों ने वर्ष 2023-24 के लिए उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग में दाखिल वार्षिक राजस्व आवश्यकता (एआरआर) के साथ ही बिजली दरों में 15.85 प्रतिशत औसत वृद्धि का प्रस्ताव दिया है.
बिजली दरों में कितना हो सकता है इजाफा
कंपनियों ने घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं की दरों में 18 से 23 प्रतिशत तक की वृद्धि का प्रस्ताव है. उद्योगों की 16 प्रतिशत, कृषि की 10 से 12 प्रतिशत व घरेलू लाइफ लाइन उपभोक्ताओं (एक किलोवाट विद्युत लोड और 100 यूनिट प्रति माह बिजली उपभोग वाले उपभोक्ता) की दरों में 17 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव आयोग में दाखिल हुआ है. अगर बढ़ी हुई दरें लागू होती हैं तो घरेलू ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए प्रति यूनिट बिजली की कीमत 3.50 से बढ़कर ₹4.35-(पहली 100 यूनिट) हो जाएगी. जबकि 300 यूनिट से अधिक खपत होने पर ₹5. 50 पैसे प्रति यूनिट की जगह 7 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से भुगतान करना होगा.
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