डीएनए हिंदी: हिमाचल प्रदेश में जारी भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हैं. अब ऐसा ही खतरा पंजाब पर भी मंडराने लगा है. गुरदासपुर समेत पंजाब के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है. ऐसे में स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने लोगों को वहां से निकालना शुरू कर दिया है. इन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन की सैकड़ों घटनाओं के चलते अभी तक 10 हजार करोड़ का नुकसान हो चुका है और सैकड़ों लोगों की जान गई है. बीते तीन दिनो में ही 60 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. पंजाब और हिमाचल प्रदेश में अभी भी भीषण बारिश जारी है.
पंजाब के बटाला की एसएसपी अश्विनी गोत्याल ने बताया कि पोंग डैम से ढेर सारा पानी छोड़े जाने की वजह से होशियारपुर और गुरदासपुर के कई इलाके डूब गए हैं. उन्होंने बताया कि लोगों को समझाया जा रहा है कि वे निचले इलाकों से निकल जाएं. हमारी प्राथमिकता इंसानों और जानवरों की जानें बचाने की है. अभी तक हम 75 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा चुके हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन आगे भी जारी है.
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पंजाब के घरों में घुसा पानी
रिपोर्ट के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में हो रही जोरदार बारिश के चलते ब्यास नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है. इसके चलते भाखड़ा और पोंग डैम का जल स्तर भी बढ़ गया है और अब लगातार यहां से पानी छोड़ा जा रहा है. यही वजह है कि पंजाब को हाई अलर्ट पर रखा गया है और गुरदासपुर के स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है. इन इलाकों के कई घरों में पानी घुस गया है और सड़कों पर भी घुटनों तक पानी आ गया है.
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पंजाब के 5 जिलों के लोगों को कहा गया है कि वे जलाशयों के पास न जाएं. अभी तक 50 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. बाकी के गांवों को बचाने के लिए भाखड़ा के डैम के गेट को पांच दिनों तक खोले रखे जाने का आदेश दिया गया है. वहीं, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गंगा, यमुना और ब्यास नदियां उफान पर हैं. इसके चलते कई इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं और सैकड़ों रास्ते अभी भी बंद हैं.
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