डीएनए हिंदी: इस साल की भारी बारिश और बाढ़ ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली को बेहाल कर दिया है. हिमाचल प्रदेश में बारिश कम होने से तबाही तो कम हुई है लेकिन अभी तक सैकड़ों लोगों की जान गई है. दूसरी तरफ पंजाब और हरियाणा में भी बारिश से जुड़ी घटनाओं में अभी तक कम से कम 55 लोगों की जान जा चुकी है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो-चार दिनों तक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में और बारिश हो सकती है. दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर कम हो रहा है लेकिन अभी भी यह खतरे के निशान से ऊपर ही है. हालांकि, जलस्तर कम होने से बाढ़ का खतरा थोड़ा-बहुत टल गया है. पंजाब और हरियाणा में लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालने का काम अभी भी जारी है.
पंजाब के 14 और हरियाणा के 13 जिले बारिश से प्रभावित हुए हैं और दोनों राज्यों में बारिश से जुड़े हादसों में कम से कम 55 लोगों की मौत हो गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में बारिश जनित घटनाओं में अब तक 29 लोगों की जान गई है जबकि हरियाणा में यह संख्या 26 है. पंजाब के बाढ़ प्रभावित विभिन्न जिलों में 25,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है जबकि हरियाणा में 5,300 लोगों को सुरक्षित निकाला गया. बताया गया है कि हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में शाम छह बजे प्रवाह दर 53,370 क्यूसेक और रात आठ बजे 54,619 क्यूसेक थी.
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अब बीमारियों का भी है खतरा
अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल-जनित बीमारियों का खतरा है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ऐसे किसी भी प्रकोप को रोकने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं और लोगों को दवाएं वितरित की जा रही हैं. बारिश और बाढ़ से पटियाला, मोगा, लुधियाना, मोहाली, जालंधर, संगरूर, पठानकोट, तरनतारन, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होशियारपुर, रूपनगर और एसबीएस नगर सहित पंजाब के 14 जिले प्रभावित हुए हैं. वहीं, भारी बारिश के कारण अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, पंचकूला, झज्जर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, सोनीपत, पलवल, सिरसा और यमुनानगर सहित हरियाणा के 13 जिले प्रभावित हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश के इन इलाकों में बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर, ऊना, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तो कुछ इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं. इसके अलावा, शिमला के चौपाल, डोडरा कांवड़, किन्नौर के सांगला और कांगड़ा के नूरपुर और इन इनके आसपास के इलाकों में अत्यधिक तेज बारिश के आसार हैं. बता दें कि भारी बारिश और भूस्खलन के चलते हिमाचल प्रदेश की कई सड़कें अभी भी बंद हैं और उनको चालू करने का काम तेजी से चल रहा है. कुछ इलाकों में पीने के पानी की सप्लाई भी प्रभावित हुई है.
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पंजाब के मानसा जिले में शनिवार को घग्गर नदी में दो जगह तटबंध टूट गए, जिसके बाद हरियाणा की सीमा से लगे कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. अधिकारियों ने कहा कि पहली दरार बुढलाडा में चांदपुरा बांध के पास एक तटबंध में और दूसरी सरदुलगढ़ क्षेत्र के रोड़की गांव में आई. उन्होंने बताया कि कई गांवों में बाढ़ को रोकने के लिए दरारों को भरने का काम जारी है लेकिन पानी का तेज बहाव समस्या पैदा कर रहा है.
जिला प्रशासन ने कहा कि गांवों में बाढ़ का पानी घुसने की स्थिति में ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को फरीदाबाद जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया. चौटाला ने ट्रैक्टर से मंझावली का दौरा किया और नाव पर बागपत क्षेत्र में एवं मोहना-बागपत पुल के पास बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन स्थानों पर नावें नहीं पहुंच सकती, वहां हेलीकॉप्टर से लोगों को निकाला जाए.
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