डीएनए हिंदी: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह अभी भी फरार है. सोमवार को उसके चाचा और ड्राइवर ने सरेंडर कर दिया था. अब अमृतपाल के चाचा हरिजीत सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल में ट्रांसफर कर दिया गया है. इससे पहले अमृतपाल के चार करीबियों को भी इसी जेल में भेजा गया था. दूसरी तरफ, पंजाब सरकार ने इंटरनेट सेवाओं को लेकर नया आदेश जारी किया. इस आदेश के मुताबिक, कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं आज दोपहर 12 बजे से चालू हो जाएंगी. बाकी के इलाकों में इंटरनेट पर बैन को 23 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया गया है.
पंजाब सरकार के नए आदेश में कहा गया गया है कि तरन तारन, फिरोजपुर, मोगा और संगरूर जिलों के अलावा अमृतसर के अजनाला सब डिवीजन और वाईपीएस चौक और एसएएस नगर के एयरपोर्ट रोड से लगे इलाकों में 23 मार्च तक सभी इंटरनेट सेवाएं और SMS सेवाएं बंद रहेंगी. इन इलाकों के अलावा बाकी के इलाकों में मंगलवार दोपहर 12 बजे से इंटरनेट सेवाएं चालू कर दी जाएंगी.
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असम की जेल में भेजे गए कई आरोपी
दूसरी तरफ, सरेंडर कर चुके हरिजीत सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया गया है. इसी जेल में अमृतपाल सिंह के करीबी सरबजीत सिंह कलसी, भगवंत सिंह, बसंत सिंह और गुरमीत सिंह गिल को भी रखा गया है. इन लोगों से राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) पूछताछ करेगी. अमृतपाल सिंह के फरार होने के बाद से अभी तक पुलिस ने सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया है और अमृतपाल की तलाश की जा रही है.
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पंजाब पुलिस का मानना है कि कुछ लोग अभी भी अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन कर रहे हैं. ये लोग जनता को उकसाकर हिंसा भड़काने की कोशिश कर सकते हैं, ताकि पंजाब की शांति भंग की जा सके. पंजाब के डीजीपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस तरह के लोग अफवाहें फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं ऐसे में इंटरनेट बंद किया जाना जरूरी है.
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