डीएनए हिंदी: खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश में पंजाब पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. पूरा राज्य हाई अलर्ट पर है. इसी मद्देनजर पूरे पंजाब में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी बढ़ा दी गई हैं. अब राज्य में 20 मार्च दोपहर 12 बजे तक इंटरनेट रहेगा. अमृतपाल की तलाश की जा रही है और पंजाब की सड़कों पर पुलिस के जवान ही दिखाई दे रहे हैं. पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स ने फ्लैग मार्च भी निकाला है. इस बीच पुलिस ने उन गाड़ियों को बरामद कर लिया है जिनकी मदद से अमृतपाल सिंह भागने में कामयाब हुआ. पुलिस के अधिकारियों ने बताया है कि कुछ हथियार और तलवारें भी बरामद की गई हैं. दूसरी तरफ, अमृतपाल सिंह के चार करीबियों को पंजाब में गिरफ्तार करने के बाद असम की डिब्रूगढ़ जेल ले जाया गया है.
जालंधर के कमिश्नर के एस चहल ने बताया है, 'हमने 20 से 25 किलोमीटर तक अमृतपाल का पीछा किया था लेकिन वह भागने में कामयाब हो गया. हमने कुछ हथियार बरामद किए हैं और दो गाड़ियां भी सीज की हैं. तलाश जारी है और जल्द ही हम अमृतपाल को गिरफ्तार कर लेंगे. कानून व्यवस्था बरकरार रहेगी.' वहीं, जालंधर के मॉडल टाउन में पंजाब पुलिस और आरएएफ के जवानों ने संयुक्त फ्लैग मार्च निकाला है.
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बढ़ाया गया इंटरनेट और SMS बैन
पंजाब सरकार ने राज्य में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं के निलंबन की अवधि सोमवार दोपहर तक बढ़ा दी है. पंजाब के अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से रविवार को जारी आधिकारिक आदेश में कहा गया है, 'भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 के तहत मुझे प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, यह निर्देश दिया जाता है कि पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं (2जी/3जी/45/5जी/सीडीएमए/जीपीआरएस), सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाओं को 19 मार्च (दोपहर 12 बजे) से 20 मार्च (दोपहर 12 बजे) तक के लिए निलंबित किया जाएगा, ताकि हिंसा भड़का सकने और शांति एवं सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकने वाली हर प्रकार की घटना को रोका जा सके.'
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पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ शनिवार को बड़ी कार्रवाई शुरू की थी. 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिसा कहना है कि जालंधर जिले में अमृतपाल के काफिले को रोका गया लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. अमृतपाल सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
छापेमारी में बरामद हुए हथियार
पुलिस की यह कार्रवाई अमृतपाल सिंह के धार्मिक जुलूस 'खालसा वहीर' के मुक्तसर जिले से शुरू होने से एक दिन पहले हुई है. पुलिस ने बताया कि राज्यव्यापी अभियान के दौरान अब तक .315 बोर की एक राइफल, 12 बोर की सात राइफल, एक रिवॉल्वर और 373 कारतूस सहित नौ हथियार बरामद किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक, पंजाब में कई जगहों पर वाहनों की तलाशी लेने के साथ ही सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
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पिछले महीने, अमृतपाल और उसके समर्थकों ने तलवारें और बंदूकें लहराते हुए बैरिकेडिंग को तोड़ दिया था और अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाने में घुस गए थे. वे सभी अमृतपाल के एक सहयोगी की रिहाई की मांग कर रहे थे. इस घटना में एक पुलिस अधीक्षक सहित छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. घटना के बाद राज्य की भगवंत मान सरकार को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था और उस पर चरमपंथियों के सामने झुकने का आरोप लगाया गया था.
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