Stubble Burning: पंजाब में नहीं थम रहा है पराली जलाने का सिलसिला, क्या धुंध में फिर छिप जाएगी दिल्ली?

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Oct 19, 2022, 10:26 PM IST

दिल्ली के वायु प्रदूषण की एक वजह पराली भी है. (फाइल फोटो-PTI)

पंजाब में बीते 9 दिनों में पराली जलाने की घटनाएं में तेजी से इजाफा हुआ है. यह एक बार फिर से दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ा सकता है.

डीएनए हिंदी: पंजाब (Punjab) में सरकार की तमाम हिदायतों के बाद भी किसान, पराली जलाने (Stubble Burning) से बाज नहीं आ रहे हैं. पिछले 9 दिन में पराली जलाने की घटनाओं में करीब तीन गुणा वृद्धि दर्ज की गई है. अभी तक इस मौसम में ऐसे मामलों की कुल संख्या 2,625 हो गई है. इस साल 15 सितंबर से 10 अक्टूबर तक राज्य में पराली जलाने की 718 घटनाएं सामने आई हैं. 

लुधियाना स्थित ‘पंजाब रिमोट सेंसिंग केंद्र’ के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में बुधवार को पराली जलाने की 436 घटनाएं दर्ज की गई. पिछले दो वर्ष के मुकाबले इस साल पराली जलाने की घटनाएं कम देखी गई हैं. राज्य में 2020 में 19 अक्टूबर तक पराली जलाने की 7,115 और 2021 में 2,942 घटनाएं दर्ज की गई थीं.

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किन जगहों पर जलाई जा रही है पराली?

आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को पराली जलाने की सबसे अधिक घटनाएं तरन तारन (124) में दर्ज की गई. इसके बाद अमृतसर में 82, गुरदासपुर में 64 और पटियाला में 27 घटनाएं दर्ज की गईं. 

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सीएम की अपील के बाद भी नहीं मान रहे किसान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लुधियाना में बुधवार को किसानों से धान की पराली न जलाने का अनुरोध किया था. इससे होने वाले वायु प्रदूषण के जरिए मानव जीवन को गंभीर खतरा पहुंचता है. 

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पंजाब के मुख्य सचिव विजय कुमार जंजुआ ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों से पराली जलाने की घटनाओं की जमीनी हकीकत का जायजा लेने के लिए सभी जिलों का नियमित दौरा करने को कहा है. 

पराली की वजह से पंजाब को झेलनी पड़ती है शर्मिंदगी

विजय कुमार जंजुआ ने कहा है कि पराली जलाने की घटनाओं की वजह से पंजाब को राष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता आयोग और राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने राज्य में पराली जलाने की घटनाओं को लेकर नाखुशी भी जताई है. 

क्या दिल्ली में बढ़ेगा प्रदूषण?

मुख्य सचिव ने कमिश्नरों को निर्देश दिया कि पराली न जलाने वाले किसानों को जिला स्तर पर विशेष रूप से सम्मानित किया जाए ताकि अन्य किसान भी प्रेरित हो. पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने की वजह से अक्टूबर और नवंबर में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है. तमाम संस्थाओं ने कहा है कि यह भी प्रदूषण बढ़ने का एक कारण है. दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति वैसे भी डरावनी नजर आ रही है. दिल्ली में GRAP लेवल 2 लागू किया गया है. (इनपुट: भाषा)

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