Uttarkashi: मजदूरों को 1-1 लाख देगी धामी सरकार, सिलक्यारा में बनेगा भव्य मंदिर

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 28, 2023, 11:18 PM IST

Uttarkashi Tunnel Rescue

Uttarkashi Tunnel Rescue: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बचाव अभियान की सफलता के लिए स्थानीय देवता बाबा बौखनाग की कृपा को श्रेय देते हुए कहा कि सिलक्यारा में उनका भव्य मंदिर बनाया जाएगा.

डीएनए हिंदी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में पिछले 18 दिन से फंसे सभी 41 श्रमिकों को मंगलवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि श्रमिकों को एक-एक कर 800 MM के उन पाइपों के जरिए बाहर निकाला गया जिन्हें मलबे में ड्रिल करके अंदर डालकर एक रास्ता बनाया गया था. इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह वहां मौजूद रहे. सीएम धामी ने सुरंग से निकलने के बाद मजदूरों को गले लगाया साथ ही उन्हें सहायता राशी देने का ऐलान किया.

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग में फंसे रहे सभी श्रमिकों को राज्य सरकार 1-1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी. सुरंग में 16 दिन तक फंसे रहे सभी 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाले जाने के अभियान के सफल होने के बाद सिलक्यारा में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि इसके अलावा श्रमिकों के अस्पताल में इलाज और उनके घर जाने तक की पूरी व्यवस्था की जाएगी.

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सिलक्यारा में बनेगा भव्य मंदिर
धामी ने कहा कि सुरंग से बाहर निकालने के बाद सभी श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल में इलाज पर होने वाला खर्च भी सरकार उठाएगी. उनका कहना था कि सरकार श्रमिकों के अलावा उनके परिजनों के भी खाने और रहने की व्यवस्था कर रही है. मुख्यमंत्री ने बचाव अभियान की सफलता के लिए स्थानीय देवता बाबा बौखनाग की कृपा को भी श्रेय दिया और कहा कि सिलक्यारा में उनका भव्य मंदिर बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर निकल आए हैं.

धामी ने कहा कि ग्रामीणों ने बाबा बौखनाग का मंदिर बनाने की मांग उठाई है जिसे सरकार पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द मंदिर निर्माण की कार्रवाई शुरू कर दी जाए. मुख्यमंत्री ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि श्रमिकों और उनके परिजनों के चेहरे की खुशी ही उनकी 'ईगास और बग्वाल' (दीवाली के दस दिन बाद पर्वतीय क्षेत्र में मनाई जाने वाली दीवाली) है. उन्होंने अभियान के सफल होने का श्रेय बचाव दल की तत्परता, तकनीकी मदद, अंदर फंसे श्रमिकों की जीवटता, प्रधानमंत्री द्वारा पल-पल की गई निगरानी और बौखनाग देवता की कृपा को दिया.

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