Lok Sabha Elections 2024: Rae Bareli के रण में राहुल गांधी कितने मजबूत, कितने कमजोर

Written By अनुराग अन्वेषी | Updated: May 15, 2024, 01:33 PM IST

रायबरेली सीट पर राहुल गांधी की पकड़ कितनी मजबूत, कितनी कमजोर.

Rae Bareli LS Polls: राजनीतिक जानकार रायबरेली से राहुल गांधी को रायबरेली से चुनाव लड़ाने के कांग्रेस के फैसले को काफी महत्वपूर्ण मान रहे हैं. उनका मानना है कि अमेठी के मुकाबले राहुल के लिए यह सीट ज्यादा सुरक्षित है. इस सीट पर राहुल गांधी का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के दिनेश प्रताप सिंह से है.

रायबरेली लोकसभा सीट कांग्रेस की गढ़ है. आजादी के बाद 1977, 1996 और 1998 के चुनाव को छोड़ दें तो हर बार कांग्रेस ने इस सीट पर जीत हासिल की है. 2004 से लेकर 2019 तक के 5 आम चुनावों में यह सीट लगातार सोनिया गांधी जीतती रहीं. इस बार उन्होंने खुद को चुनाव से दूर कर लिया है. रायबरेली संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की 5 सीटें आती हैं. ये सीटें हैं - रायबरेली सदर, हरचन्दपुर, ऊंचाहार, सरेनी और बछरावां. इस सीट के लिए 20 मई 2024 को मतदान होना है.


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रायबरेली संसदीय सीट से कांग्रेस पार्टी की ओर से राहुल गांधी के कैंडिडेट बनने के बाद चर्चा इस बात की हो रही है कि क्या वे अपनी मां सोनिया गांधी की इस सीट को बचा पाएंगे? बता दें कि राहुल गांधी अपनी परंपरागत सीट अमेठी पिछली बार गवां चुके हैं. कयास लगाया जा रहा था कि इस बार कांग्रेस रायबरेली सीट का इस्तेमाल प्रियंका गांधी को लॉन्च करने के लिए कर सकती है. लेकिन उसने फैसला किया कि अमेठी के मुकाबले राहुल के लिए यह सीट ज्यादा सुरक्षित है. राजनीतिक जानकार कांग्रेस के इस फैसले को काफी महत्वपूर्ण मान रहे हैं. उनका मानना है कि इसका असर अमेठी समेत प्रदेश की उन 16 सीटों पर भी पड़ेगा, जहां कांग्रेस लड़ रही है. इस सीट पर राहुल गांधी का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के दिनेश प्रताप सिंह से है.


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2019 के आम चुनाव में रायबरेली लोकसभा सीट पर कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी की जीत हुई थी. उन्हें कुल 534918 वोट मिले थे. इस चुनाव में सोनिया गांधी के निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के दिनेश प्रताप सिंह रहे थे. इस चुनाव में दिनेश प्रताप सिंह को कुल 367740 वोट हासिल हुए थे. सोनिया गांधी यह चुनाव 167178 वोटों के अंतर से जीत गई थीं. लेकिन एक फैक्ट यह भी है कि इस चुनाव से पहले कांग्रेस के किसी भी प्रतिद्वंद्वी को इतने वोट कभी नहीं मिले थे. इस लिहाज से देखें तो इस सीट पर 2024 का आम चुनाव बहुत दिलचस्प होने जा रहा है. और शायद यही वजह है कि राहुल गांधी की जीत-हार को लेकर संशय बना हुआ है.

जातिगत समीकरण

रायबरेली संसदीय क्षेत्र में तकरीबन 11 फीसदी ब्राह्मण, 9 फीसदी राजपूत, 6 फीसदी मुस्लिम और 7 फीसदी यादव वोटर्स हैं. यहां तकरीबन 34 फीसदी दलित मतदाता हैं. इसके अलावा 4 फीसदी कुर्मी, 6 फीसदी लोध और 23 फीसदी अन्य वोटों में कायस्थ-बनिया और कुछ अति पिछड़ी जातियां हैं. 2019 के आम चुनाव में रायबरेली संसदीय क्षेत्र में कुल 1702248 मतदाता थे. इसमें महिला वोटरों की संख्या 806066 थी, जबकि पुरुष मतदाताओं की कुल संख्या 896132 थी.

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