डीएनए हिंदी: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इंडिया गठबंधन के बीच दरार बढ़ती जा रही है. नीतीश कुमार अलग हो चुके हैं और ममता बनर्जी ने भी अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इस बीच राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर सहयोगी ही उदासीनता दिखा रहे हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से जब पूछा गया कि क्या वह भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे, तो उन्होंने हैरान करने वाला जवाब दिया है. अखिलेश ने कहा कि हमको अब तक कोई न्योता नहीं मिला है. न्योता मिलने पर विचार करेंगे. सीटों के लिहाज से उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है. कांग्रेस और सपा के बीच संवाद और तालमेल की कमी साफ नजर आ रही है.
उत्तर प्रदेश में सीट शेयरिंग पर अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत हो चुकी है. उनके साथ आपसी सहमति के साथ सीट शेयरिंग हुआ है. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस आलाकमान से हमारी चर्चा हो चुकी है. सीटों के बंटवारे को लेकर कोई दुविधा नहीं है. सब कुछ आपसी सहमति के साथ किया गया है.’ लोकसभा चुनाव 2024 के लिए हम पूरी ताकत से लड़ेंगे. समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को 80 में से 11 सीटें दी हैं, लेकिन अब तक कांग्रेस ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
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'यात्रा खत्म होने के बाद मिलता है न्योता'
सपा प्रमुख ने राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल होने को लेकर कहा कि अभी तक उनको न्योता नहीं मिला है. उन्होंने यह भी कहा कि अक्सर ऐसा होता है कि जब कार्यक्रम खत्म हो जाता है, उसके बाद हमें बुलावा मिलता है. उन्होंने नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के सवाल पर कहा कि पता नहीं वह कैसे फिर से एनडीए में चले गए हैं. बीजेपी ने शायद उन पर कोई जादू कर दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि जातिगत जनगणना का काम नहीं रुकेगा. समाजवादियों के नेतृत्व में यह काम होगा.
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आडवाणी को भारत रत्न देने पर भी उठाया सवाल
बीजेपी के वयोवृद्ध नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर कहा कि यह राजनीति से प्रेरित फैसला है. वोटों के समीकरण को देखते हुए ये फैसला किया गया है. अगर भारत रत्न देना ही था तो पहले भी दिया जा सकता था. राम मंदिर उद्घाटन और फिर आने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. अखिलेश यादव ने कहा कि इंडिया गठबंधन में दरार नहीं है. यूपी में हम साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
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