डीएनए हिंदी: नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ लगातार चौथे दिन भी जारी है. पहले दिन से विरोध कर रही कांग्रेस (Congress) ने अब देशभर में प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं. बुधवार को कांग्रेस ने आरोप लगाए थे कि दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस नेताओं के साथ मारपीट की. कांग्रेस ने घोषणा की थी कि अब वह देशभर में राजभवनों का घेराव करेगी. उसका कहना है कि अब कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी क्योंकि पानी सिर के ऊपर हो रहा है. पार्टी लगातार आरोप लगा रही है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार देश की केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके विपक्ष के नेताओं को डराना चाहती है.
राहुल गांधी से हो रही पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस ने सड़क से संसद तक संग्राम शुरू कर दिया है. गुरुवार को कांग्रेस सांसदों का एक डिलेगेशन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के चेयरमैन से मिलने पहुंचा. कांग्रेस नेताओं ने शिकायत की कि राहुल गांधी से पूछताछ के दौरान प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं के साथ गैरकानूनी व्यवहार किया गया और उनसे बदसलूकी की गई.
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'इंदिरा गांधी के पोते को लाठी से नहीं डरा सकती बीजेपी'
कांग्रेस पार्टी ने AICC मुख्यालय पर पार्टी नेताओं से बदसलूकी और मारपीट का आरोप लगाया है. इसी के खिलाफ कांग्रेस ने कई राज्यों में राजभवनों को घेराव कर दिया है. साथ ही, कर्नाटक, राजस्थान, दिल्ली समेत कई राज्यों में कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है. राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, 'वे राहुल गांधी की आवाज दबाना चाहते हैं. वे लाठियों से इंदिरा गांधी के पोते को नहीं डरा सकते. बीजेपी के अंत का कारण कांग्रेस ही बनेगी.'
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वहीं, केरल में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया. बताया गया कि केरल पुलिस ने लोगों की भीड़ को हटाने के लिए टियर गैस के गोले भी दागे.
कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना और दिल्ली में प्रदर्शन जारी
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने पर वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'हिरासत में लिए गए सभी कांग्रेस नेताओं को अवैध रूप से रखा गया. उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया गया. हमारे नेताओं को अस्पताल जाना पड़ा, कुछ की तो पसलियां भी टूट गईं. हम राज्यसभा के चेयरमैन और उपराष्ट्रपति से अपील करने आए हैं कि सदन के सदस्यों की रक्षा करना उनका काम है.'
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कर्नाटक में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम सिद्धारमैया के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने राजभवन के घेराव की कोशिश की. पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए कई वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में ले लिया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ के चलते कई सड़कों पर भारी जाम भी लग गया, जिसकी वजह से आम लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा.
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