डीएनए हिंदी: राजस्थान के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपने 21 उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी कर दी है. इस आखिरी और 7वीं लिस्ट में कई अहम नाम शामिल हैं. साथ ही, यह लिस्ट इशारा करती है कि टिकट बांटने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हावी रहे हैं. यही वजह है कि कुछ महीनों पहले ही पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने के बावजूद अशोक गहलोत कैबिनेट के मंत्री शांति धारीवाल को भी टिकट मिल गया है. इससे पहले, कांग्रेस ने महेश जोशी का टिकट काट दिया था. महेश जोशी भी उस बगावत में शामिल थे. उस वक्त कांग्रेस के नेतृत्व ने इसे अनुशासनहीनता बताया था.
कांग्रेस की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची के मुताबिक, शांति धारीवाल को कोटा उत्तर और राजस्थान सरकार की मंत्री जाहिदा खान को कामा से टिकट दिया गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले शांति धारीवाल और महेश जोशी वे दो प्रमुख नेता है, जिन्हें 2022 में कांग्रेस विधायक दल की बैठक से अलग एक समानांतर बैठक बुलाने का जिम्मेदार माना जाता है. पार्टी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विश्वासपात्र और राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ का टिकट काट दिया है. धारीवाल और राठौड़ राज्य के उन तीन वरिष्ठ नेताओं में से थे, जिनके खिलाफ पार्टी की अनुशासन समिति ने नोटिस जारी किया था क्योंकि वे राज्य में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे और पिछले साल धारीवाल के आवास पर विधायकों की एक समानांतर बैठक आयोजित की थी.
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बागियों पर पार्टी ने दिखाई सख्ती
दरअसल, इस बैठक को मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत का उत्तराधिकारी तय करने के लिये बुलाया गया था क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पार्टी अध्यक्ष पद की दौड़ में थे. धर्मेंद्र राठौड़ अजमेर उत्तर सीट से टिकट मांग रहे थे. कांग्रेस ने इस सीट से महेंद्र सिंह रलावता को मैदान में उतारा है. तीसरे नेता महेश जोशी, जिन्हें पार्टी की अनुशासन समिति ने नोटिस जारी किया था, उन्हें पहले ही विधानसभा चुनाव के लिए टिकट देने से इनकार कर दिया गया है. उनकी जगह हवामहल से आरआर तिवारी को मैदान में उतारा गया है.
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ताजा सूची में पार्टी ने सात मौजूदा विधायकों जितेंद्र सिंह, परसराम मोर्डिया, लालचंद कटारिया, गिर्राज मलिंगा, पृथ्वीराज, हेमाराम चौधरी और रामनारायण मीणा का पत्ता काट दिया है. लालचंद कटारिया और हेमाराम चौधरी गहलोत सरकार में मंत्री हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के करीबी हेमाराम चौधरी पहले ही चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जता चुके हैं. उनकी जगह पर पार्टी ने सूची जारी होने से कुछ ही घंटे पहले बीजेपी से पार्टी में लौटे कर्नल सोनाराम चौधरी को गुढ़ा मलानी से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है. सूत्रों ने बताया कि लाल चंद कटारिया भी झोटवाड़ा से चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे, जहां से पार्टी ने अभिषेक चौधरी को टिकट दिया है.
कई विधायकों के कटे टिकट
अभिषेक चौधरी नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के प्रदेश अध्यक्ष हैं. उनके नाम की घोषणा होते ही उनके समर्थकों ने राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पटाखे फोड़कर जश्न मनाना शुरू कर दिया. बाड़ी से प्रत्याशी घोषित होने से पहले बीजेपी में शामिल हुए मौजूदा विधायक गिर्राज मलिंगा की जगह कांग्रेस ने बाड़ी से प्रशांत सिंह परमार को अपना उम्मीदवार बनाया है.
जिन चार विधायकों को चुनाव के लिए टिकट मिला है, उनमें वेद प्रकाश सोलंकी (चाकसू), जाहिदा खान (कामां), शांति धारीवाल (कोटा उत्तर) और निर्मला सहरिया (किशनगंज) शामिल हैं. वेद प्रकाश सोलंकी भी सचिन पायलट के करीबी हैं. कांग्रेस ने 200 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए कुल 199 उम्मीदवार घोषित किए हैं. भरतपुर विधानसभा सीट राष्ट्रीय लोकदल के लिए छोड़ दी है. राज्य की 200 सदस्यीय विधानसभा के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 3 दिसंबर को होगी.
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