राजस्थान के देवली-उनियारा से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा (Naresh Meena) ने गिरफ्तारी देने से पहले मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने ड्यूटी पर तैनात एसडीएम (SDM) को थप्पड़ मारने की बात पर कहा कि वह फर्जी वोटिंग करा रहे थे. इसलिए उन्होंने सबक सिखाने के लिए थप्पड़ मारा. पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझ पर और समर्थकों पर मिर्ची बम फेंके गए. गिरफ्तारी से पहले मीणा के समर्थकों ने जमकर बवाल मचाया और थाने को घेरने की भी कोशिश की थी.
SDM और पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
दिनेश मीणा ने पुलिस और एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि एसडीएम फर्जी वोटिंग करा रहे थे. ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया था, लेकिन फिर भी उन पर दबाव बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'एसडीएम ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और उसके पति को धमकी दी थी कि वोटिंग नहीं करने पर सस्पेंड करवा देंगे.' उन्होंने कहा कि इसका विरोध करते हुए मैं धरने पर बैठा था, लेकिन पुलिस ने मेरी एक बात नहीं सुनी. मेरे समर्थक धरने पर बैठने के लिए गद्दा लेकर आ रहे थे, तो उन्हें रोका गया था. उन्होंने मुझ पर और मेरे समर्थकों पर मिर्ची बम फेंके.
यह भी पढ़ें: मालिक ने कहा 'तेरी मंगेतर से सेटिंग करवा दे', बौखलाए नौकर ने कर दी हत्या
आगजनी और तोड़फोड़ से किया इनकार
गिरफ्तारी देने से पहले उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि पुलिस और एसडीएम मिलकर चुनाव को प्रभावित कर रहे थे. मैं यहां गिरफ्तारी देने आया हूं, क्योंकि जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं कानून का सम्मान करता हूं.उन्होंने कहा, 'आगजनी और तोड़फोड़ के आरोप मेरे समर्थकों पर लगाए जा रहे हैं, लेकिन ये पूरी तरह से निराधार आरोप हैं. मैं गांववालों के नुकसान की भरपाई करूंगा. भीख मांगकर भी करना पड़े, तो ग्रामीणों के नुकसान को भरूंगा.'
यह भी पढ़ें: कर्नाटक में खतरे में है सिद्धारमैया सरकार? बीजेपी पर लगाया ये गंभीर आरोप
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.