Rajasthan Election 2023: राजस्थान में वोटिंग के बाद बीजेपी खेमें में आई रौनक, मिल गया बड़ा संकेत?

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 26, 2023, 01:36 PM IST

Rajasthan Election 2023

Rajasthan Voting Trend: राजस्थान में पिछली बार की तुलना इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ा है. इस खबर ने बीजेपी खेमे में रौनक ला दी है क्योंहर बार जब चुनाव में वोट प्रतिशत बढ़ा है तो बीजेपी को इसका लाभ मिला है. समझें अब तक का पूरा ट्रेंड.

डीएनए हिंदी: राजस्थान चुनाव में वोटिंग हो चुकी है और अब सभी उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है. चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को आने वाले हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही अपनी सरकार बनाने का दावा किया है. हालांकि, वोटिंग ट्रेंड के बाद बीजेपी खेमे में रौनक दिख रही है. दरअसल प्रदेश में जब-जब वोटिंग प्रतिशत पिछले चुनाव की तुलना में बढ़ा है तो बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई है. दूसरी ओर जब मतदान कम हुआ है तो कांग्रेस को फायदा हुआ है. पिछले 20 साल से प्रदेश में यही ट्रेंड दिख रहा है और हर 5 साल पर सरकार बदलती रही है. हालांकि, इस बार ज्यादातर राजनीतिक विश्लेषक कांटे की टक्कर मान रहे हैं. अब किसके हाथ सत्ता की चाबी लगती है इसका फैसला तो 3 तारीख को ही होगा.

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 199 सीटों पर वोटिंग पूरी हो गई है. एक सीट पर उम्मीदवार की मौत की वजह से चुनाव टाला गया है. चुनाव आयोग के मुताबिक, इस बार 0.9 फीसदी अधिक वोटिंग हुई है. राज्य में कुल 74.96 प्रतिशत वोटिंग हुई है. वोटिंग के मामले में जैसलमेर अव्वल रहा है. वोटिंग ट्रेंड के साथ राजस्थान में दिलचस्प संयोग देखने को अब तक मिलता रहा है. पिछले चुनाव में वोटिंग प्रतिशत कम हुआ था तो कांग्रेस की सरकार आई थी जबकि 2013 में बढ़ा था तो बंपर बहुमत के साथ बीजेपी की सरकार बनी थी. 

यह भी पढ़ें: 15 साल पहले आज के दिन दहल गई थी मुंबई, आतंकियों ने खेला था मौत का तांडव  

इस बार भी बनेगी बीजेपी की सरकार या बदलेगा ट्रेंड? 
राजस्थान के चुनाव में वोटिंग बढ़ने को लेकर भी दिलचस्प ट्रेंड रहा है. साल 1998 के चुनाव में 63.39 फीसदी वोटिंग हुई थी और कांग्रेस की सरकार बनी थी. 2003 के चुनाव में 3.79 फीसदी वोटिंग बढ़ी थी और बंपर बहुमत के साथ बीजेपी सत्ता में आई थी. वसुंधरा राजे ने पहली बार मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली थी. 2013 के चुनाव में एक बार फिर 8.79 फीसदी मतदान अधिक हुआ और बीजेपी की सरकार बनी थी. 2018 के चुनाव में 0.98 प्रतिशत कम वोटिंग हुई और बीजेपी की सत्ता से विदाई हो गई. अब एक बार फिर वोटिंग प्रतिशत बढ़ गया है. देखना यह है कि 20 साल का ट्रेंड ही रहता है या इस बार सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे. 

सबसे ज्यादा जैसलमेर तो सबसे कम पाली में हुई वोटिंग 
इस बार राजस्थान में सबसे ज्यादा जैसलमेर में 82.32 प्रतिशत मतदान हुआ है. सबसे कम मतदान की बात करें तो पाली में 65.12 फीसदी वोटिंग हुई है. प्रतापगढ़ में 82.07 फीसदी, बांसवाड़ा में 81.36 फीसदी और हनुमानगढ़ में 81.30 प्रतिशत वोटिंग हुई है. इस चुनाव में शेखावटी, जयपुर, और टोंक जैसे क्षेत्रों में पार्टियों के प्रदर्शन पर नजर रहेगी. ग्रामीण इलाकों में बीजेपी कैसा प्रदर्शन करती है उससे भी लोकसभा की तस्वीर साफ होगी.

यह भी पढ़ें: टिंडर पर हुई दोस्ती और फिर मर्डर, दिल दहला देगी इस कातिल हसीना की कहानी   

पिछले 20 साल में ऐसा रहा है प्रदेश का हाल 
1998 विधानसभा चुनाव

वोटिंग प्रतिशत- 63.39%
कांग्रेस-    153
बीजेपी- 33 

2003 विधानसभा चुनाव
वोटिंग प्रतिशत-  67.18%
बीजेपी- 120
कांग्रेस- 56

2008 विधानसभा चुनाव
वोटिंग प्रतिशत-  66.25%
कांग्रेस- 96
बीजेपी- 78

2013 विधानसभा चुनाव
वोटिंग प्रतिशत- 75.04%
बीजेपी- 163
कांग्रेस- 21

2018 विधानसभा चुनाव
वोटिंग प्रतिशत- 74.06%
कांग्रेस- 99
बीजेपी- 73

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.