Rajya Sabha Elections: वोटिंग से पहले बीजेपी ने उठाया ये बड़ा कदम, वोटों में सेंधमारी से डरीं पार्टियां 

Written By Swatantra Mishra | Updated: Jun 09, 2022, 12:16 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा और अमित शाह. (फाइल फोटो-PTI)

Rajya Sabha Elections: शुक्रवार को राज्यसभा की 16 सीटों पर वोटिंग होनी है. इसके पहले सभी पार्टियां अपने विधायकों को साधने में जुटी हैं.

डीएनए हिंदीः 10 जून को राज्यसभा (Rajya Sabha Elections) की 57 सीटों पर वोटिंग होनी है. वोटिंग से ठीक एक दिन पहले सभी पार्टियां अपने विधायकों को एकजुट रखने में जुटी हैं. कांग्रेस पहले ही हरियाणा को सभी विधायकों को छत्तीसगढ़ के लिए एक रिजॉर्ट में लेकर जा चुकी है. देर रात इन्हें वापस लाया जाएगा. अब बीजेपी ने हरियाणा के अपने विधायकों को चंडीगढ़ के एक रिजॉर्ट में शिफ्ट कर दिया है. 

41 उम्मीदवार निर्विरोध जीते
वैसे तो राज्यसभा की 57 सीटों पर चुनाव होना है लेकिन 41 उम्मीदवार निर्विरोध चुने जा चुके हैं. 10 जून को 16 सीटों के लिए वोटिंग की जाएगी. जिन राज्यों में राज्यसभा चुनाव होने हैं, उनमें हरियाणा, राजस्थान, कर्नाटक और महाराष्ट्र की सीटें शामिल हैं.  

हरियाणा का क्या है चुनावी गणित?
हरियाणा में दो सीटों पर चुनाव होना है. यहां निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा ने मुकाबला टक्कर का बना दिया है. कार्तिकेय शर्मा को बीजेपी ने अपना समर्थन दिया है. यहां एक सीट के लिए 31 वोटों की जरूरत होगी. कांग्रेस की ओर से अजय माकन को टिकट दिया गया है. कांग्रेस की चिंता यह है कि उसके पास सिर्फ 31 ही विधायक हैं. अगर एक विधायक भी टूटा तो उसके प्रत्याशी की जीत की संभावना खत्म हो जाएंगी. कार्तिकेय के दुष्यंत चौटाला की जेजेपी के 10 विधायकों और बीजेपी के 10 बचे विधायकों के वोट मिलने की पूरी संभावना है. इस स्थिति में सात निर्दलीय विधायकों की भूमिका काफी अहम हो गई है. 

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महाराष्ट्र में क्या है चुनावी का गणित?
महाराष्ट्र में 6 सीटों पर चुनाव होना है. यहां बीजेपी और एमवीए के बीच सीधा मुकाबला है. चुनावी गणित की बात करें तो यहां एक सीट के लिए 42 सीटों की जरूरत होगी. यहां बीजेपी के पास 106 विधायक हैं, 7 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है यानी कुल 113 विधायक हैं जिसमें से दो सीटों पर जीत हासिल करने के लिए 84 वोट की जरूरत है. इसके बाद 29 वोट बीजेपी के पास ज्यादा है. हालांकि जीत के 42 वोट में से 13 कम हैं. बीजेपी की रणनीति छोटे दल और पहली पसंद के उम्मीदवार पर टिकी है.

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राजस्थान की क्या है स्थिति?
राजस्थान में एक सीट के लिए 41 वोटों की जरूरत होगी. कांग्रेस से तीन उम्मीदवार मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी मैदान में हैं. कांग्रेस के पास खुद के 108 विधायक हैं जबकि तीनों उम्मीदवारों के लिए 123 वोटों की जरूरत होगी. 13 निर्दलीय, दो सीपीएम और दो बीटीपी विधायकों को मिलाकर कांग्रेस के पास 126 विधायकों के समर्थन का दावा है. वहीं बीजेपी के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा भी मैदान में हैं.  

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