डीएनए हिंदी: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है और अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई है. रामलला की छवि ने पूरी दुनिया का मन मोह लिया है और उनकी सांवरी सूरत और सहज बालरूप की श्रद्धालु बलैया लेते नहीं थक रहे हैं. यह उनका बालस्वरूप है इसलिए मंदिर के गर्भगृह में उनके खेलने के लिए खिलौने भी रखे गए हैं. रामलल के खेलने के लिए सोने और चांदी के सुंदर खिलौने रखे गए हैं. इसमें लट्टू, हाथी और घोड़े हैं. ये सभी खिलौने भी दिखने में बहुत सुंदर हैं और आपका मन मोह लेंगे. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक गर्भगृह में चांदी का झुनझुना और गाड़ी रखी गई है. इसके अलावा, सोने के लट्टू, हाथी, ऊंट और घोड़े समेत कुछ और खिलौने रखे गए हैं.
बाएं हाथ में सोने का धनुष और दाएं हाथ में बाण है. धनुष में मोती, माणिक्य व पन्ने की लटकन है.
सोने के आभूषणों से रामलला सुसज्जित हैं और उनके पीतांबर वस्त्रों पर भी सोने का गोटा चढ़ाया गया है. इन पर सोने की जरी व तारों से वैष्णव मंगल चिह्न- शंख, पद्म, चक्र और मयूर अंकित हैं. इन कपड़ों को युवा फैशन डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने बनाया है. आभूषण लखनऊ के एक ज्वेलर्स अंकुर आनंद ने तैयार करवाए हैं. रामलला ने किरीट, ऊंगलियों में अंगूठी, गले में हार, कुंठा और सोने के कुंडल पहने हैं. इन सभी आभूषणों को बहुत बारीकी के साथ तैयार किया गया है.
यह भी पढ़ें: रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद PM मोदी ने अपने आवास पर जलाई रामज्योति
5 साल के प्रभु श्रीराम के बाल रूप के लिए रखे गए खिलौने
गर्भ गृह में प्रभु श्रीराम के सहज 5 साल के बाल रूप की मूर्ति प्रतिष्ठापित की गई है. गर्भ गृह में इसलिए सोने और चांदी के बनाए खिलौने रखे गए हैं. वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस की कथा के मुताबिक रामलला के लिए खिलौनों का चयन किया गया है. रामलला के खेलने के लिए सोने के बने हाथी-घोड़े और कई जानवर हैं. इसके अलावा, एक चांदी का सुंदर सा झुनझुना भी रखा गया है जो बच्चों का प्रिय खिलौना होता है. पकड़कर चलने वाली एक गाड़ी भी रखी गई है.
यह भी पढ़ें: क्या है कुबेर टीले की कहानी, जहां राम मंदिर से निकलकर गए पीएम मोदी
लकदक आभूषणों से सज्जित हैं सांवले सलोने रामलला
प्रभु श्रीराम एक राजकुमार थे और इसलिए उनके बालरूप को लकदक आभूषणों से सजाया गया है. दोनों बाहों में रत्नजणित भुजबंद और कंगन पहनाए गए हैं जिनमें बेशकीमती रत्न भी लगे हैं. अंगुलियों में मोतियों की लटकन वाली अंगूठियां हैं. भारत में बच्चों को पैरों में छड़ा और पैजनियां पहनाने की परंपरा रही है. रामलला के पैरों में भी दोनों ही आभूषण हैं और चरणों के नीचे कमल है जिसे सोने की माला से सजाया गया है. नाभिकमल के पंचलड़ा है जिसमें पन्ना और हीरे जड़े हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.