डीएनए हिंदी: अयोध्या में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सोमवार को पूरा हो गया. पीएम मोदी ने पूजा के बाद संबोधन भी किया. उन्होंने कहा कि राम मंदिर में भगवान राम के आने में 500 साल का वक्त लगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं प्रभु राम से क्षमा भी मांग रहा हूं लेकिन ये दिन ये पल अब हजारों सालों तक याद किया जाएगा. अपने संबोधन के बाद पीएम मोदी राम मंदिर निर्माण में हिस्सा लेने वाले मजदूरों से भी मुलाकात की. पीएम मोदी ने श्रमिकों पर फूल बरसाए. उन्होंने सभी श्रमिकों से मुलाकात करते हुए कहा कि आपने एक ऐसा काम किया है, जिसका कई सदियों से इंतजार किया जा रहा था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण दल का हिस्सा रहे कार्यकर्ताओं पर फूलों की वर्षा की है. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रमिक कतार में खड़े रहे और पीएम ने उनके बीच पहुंचकर पुष्प वर्षा की है. उन्होंने सभी श्रमिकों से मुलाकात करते हुए कहा कि आपने एक ऐसा काम किया है, जिसका कई सदियों से इंतजार किया जा रहा था. आपने राम मंदिर को बेहद ही भव्य बनाया है. आप सभी की प्रशंसा पूरा सनातन समाज कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी श्रमजीवियों के साथ पूरे देश और समाज की शुभकामनाएं हैं और आशीर्वाद है.
ये भी पढ़ें: 'जोश में होश बनाए रखना,' राम मंदिर से मोहन भागवत ने क्यों दिया संदेश?
पीएम मोदी ने की श्रमिकों की तारीफ़
पीएम मोदी ने श्रमिकों की तारीफ़ करते हुए कहा कि आपने इतने कम समय में इतना भव्य मंदिर बनाया है, यह बेहद ही अद्भुत कार्य है. उन्होंने श्रमिकों से कहा कि अब हमें इस काम की गति को और भी बढ़ाना है. यह मंदिर अपने आप में ही एक इतिहास है और इसे संवारने का काम श्रमिकों ने किया है. जानकारी के लिए बता दें कि राम मंदिर का निर्माण लगभग दो सालों से हो रहा है. आज सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम का मंदिर बनने में इतने साल लग गए, इसके लिए हम भगवान राम से क्षमा याचना करते हैं.
ये भी पढ़ें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजर में क्या हैं रामलला? 10 पॉइंट्स में जानिए
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद क्या बोले पीएम मोदी?
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पीएम मोदी ने कहा कि जिस मंदिर का निर्माण आग भड़काने वाला था, वह देश की शांति, धैर्य, सद्भाव और एकता का प्रतीक है. पीएम ने कहा कि एक समय ऐसा भी था, जब कुछ लोग कहा करते थे कि राम मंदिर बन जाएगा तो आग लग जाएगी. ऐसे लोग भारत की सामाजिक भावना की पवित्रता को नहीं समझ सकते. इसका निर्माण रामलला का मंदिर भारतीय समाज की शांति, धैर्य, आपसी सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है. हम देख रहे हैं कि यह निर्माण किसी अग्नि को नहीं, बल्कि ऊर्जा को जन्म दे रहा है. पीएम ने कहा कि मैं दैवीय अनुभव महसूस कर रहा हूं. मैं इन दिव्य चेतनाओं को नमन करता हूं. मैं प्रभु श्रीराम से आज क्षमा याचना भी करता हूं. हमारे पुरुषार्थ और हमारे त्याग तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी, जो हम इतनी सदियों तक ये कार्य कर नहीं पाए. आज वो कमी पूरी हुई है. मुझे विश्वास है कि प्रभु राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.