डीएनए हिंदी: देश भर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार हो रहा है. सोमवार को इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए वीआईपी गेस्ट भी अयोध्या पहुंचने लगे हैं. नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पुरानी मूर्ति का क्या होगा, यह सवाल लोगों के मन में आ रहा है. अब श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने कहा है कि अस्थायी मंदिर में रखी राम लला की पुरानी मूर्ति को नई मूर्ति के सामने रखा जाएगा. पुरानी मूर्ति को भी 22 जनवरी को यहां मंदिर में प्रतिष्ठित किया जाएगा. अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है हर ओर फूलों और रंग-बिरंगी लाइट्स से साज सज्जा की गई है. फूलों और रोशनी से सजा मंदिर भी देखते ही बन रहा है. सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हो रही हैं.
पिछले सप्ताह राम मंदिर के गर्भगृह में 51 इंच की रामलला की मूर्ति रखी गई थी. गर्भ गृह में रखने के लिए तीन मूर्तियां बनाई गी थीं जिनमें से मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा के लिए चयन हुआ है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष ने बताया कि बाकी दोनों मूर्तियों का भी विधिवत संस्कार किया जाएगा. एक मूर्ति हम अपने पास रखेंगे जिसका इस्तेमाल रालला के वस्त्र, आभूषण और दूसरी चीजों के लिए माप लेने के लिए किया जाएगा. पुरानी मूर्ति को भी हम गर्भगृह में ही रखेंगे.
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रामलला की नई मूर्ति बनाने की जरूरत क्यों पड़ी?
राम लला की मूल मूर्ति के बारे में कोषाध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरि ने बताया कि पुरानी मूर्ति महत्वपूर्ण है और उसे भी गर्भगृह में ही रखा जाएगा. मूल मूर्ति की ऊंचाई पांच-छह इंच के आसपा है और दर्शन के लिए आए श्रद्धालु इसे 25-30 फीट की दूरी से नहीं देख सकते थे. इस जरूरत को ध्यान में रखते हुए नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि सभी मूर्तिकारों ने बहुत मेहनत से और पूरी कुशलता से मूर्तियां बनाईं. प्राण प्रतिष्ठा के अलावा बनाई गई दोनों मूर्तियां भी बहुत सुंदर हैं.
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राम मंदिर के निर्माण में अभी 300 करोड़ और लगेंगे
राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष ने बताया कि मंदिर के निर्माण में 1,100 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं और 300 करोड़ की रकम अभी और लग सकती है क्योंकि निर्माण कार्य जारी है. बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिए दुनिया भर से चंदा आया है और अभी भी श्रद्धालुओं के दान का सिलसिला जारी है. राम मंदिर का निर्माण कार्य इस साल दिसंबर तक पूरा होने का अनुमान है. हालांकि, 23 जनवरी से आम लोग रामलला के दर्शन के लिए मंदिर जा सकते हैं.
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