डीएनए हिंदी: अयोध्या में राम मंदिर की 'प्राण प्रतिष्ठा' को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती को भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया गया है. 15 जनवरी को अपना 68वां जन्मदिन मना रही मायावती ने बताया है कि वह राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगी या नहीं. इसके साथ उन्होंने अपने जन्मदिन के मौके पर मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के कई बड़ी घोषाणाएं की हैं.
अपने जन्मदिन के मौके पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बसपा सुप्रीमो मायावती ने 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर निमंत्रण मिला है लेकिन वहां जाने पर फैसला नहीं लिया है. उन्होंने कहा कि बीएसपी अकेली धर्मनिरपेक्ष पार्टी है. मुझे तो आमंत्रण मिला है उसका स्वागत करते हैं. यदि ज्यादा व्यस्त नहीं रही तो जा भी सकते हैं, अभी तो कोई डिसीजन नहीं लिया है. जो भी डिसीजन लिया जाएगा सभी के सामने रखा जाएगा. इस कार्यक्रम का हम स्वागत करते हैं. आगे बाबरी मस्जिद का ऐसा कोई कार्यक्रम होगा तो हम उसका भी स्वागत करेंगे.
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लोकसभा चुनाव पर कही यह बात
बसपा अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कहा कि किसी पार्टी के साथ गठबंधन करने से उन्हें चुनाव में चुकसान होगा. उन्होंने अकेले ही चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. मायावती ने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश में अकेले दम पर चुनाव लड़ सरकार बनाई है. उसी अनुभव के आधार पर हम आम चुनाव में भी अकेले चुनाव लड़ेगी. हम किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगे. हमारी पार्टी गठबंधन न करके अकेले इसलिए चुनाव लड़ती है क्योंकि पार्टी का नेतृत्व एक दलित के हाथ में है. गठबंधन करने पर बीएसपी का वोट विपक्षी दल को मिल जाता है, लेकिन दूसरों का वोट हमें नहीं मिल पाता. 90 के दशक में हुए गठबंधन में सपा और कांग्रेस को फ़ायदा मिला था.
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ईवीएम पर क्या बोलीं मायावती?
मायावती ने ईवीएम को लेकर कहा कि ईवीएम में काफ़ी धांधली हो रही है, इसलिए बीएसपी को नुकसान हो रहा है. ईवीएम में धांधली को लेकर आवाज़ें उठने लगी हैं. इसके साथ उन्होंने कहा कि ऐसे में ये सिस्टम कभी भी खत्म हो सकता है या फिर इसमें बड़ा बदलाव भी देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में पार्टी के लोगों को जनाधार बढ़ाते रहने की जरूरत है.
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