डीएनए हिंदी: प्राण प्रतिष्ठा के बाद जब रामलला की पहली छवि सामने आई तो हर कोई देखता ही रह गया. पीतांबर वस्त्रों और लकदक आभूषणों से सज्जित रामलला की सुंदर मनोहारी छवि ने मानो पूरे देश को ही मंत्रमुग्ध कर लिया हो. राम जन्मभूमि में विराजमान भगवान राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान की मुर्तियों को अब खादी सिल्ट के बने वस्त्र पहनाए गए हैं. इन कपड़ों को खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड की तरफ से डिजाइनर मनीष त्रिपाणी ने तैयार किया है. इस साल की शुरुआत में मनीष ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर रामलला की पुरानी मूर्ति के साथ अपनी तस्वीर शेयर की थी. इससे पहले वह भारत के बुनकरों के साथ पुराने फैब्रिक को नया रंग-रूप देने के प्रोजेक्ट परभी काम कर चुके हैं. जानें कौन है यह डिजाइनर.
डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने रामलला के कपड़ों को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा. उनके कपड़ों की हर ओर चर्चा हो रही है. मनीष भारतीय हथकरघा ब्रांड के पूर्व राष्ट्रीय सलाहकार भी रह चुके हैं और खुद भी उत्तर प्रदेश के ही रहने वाले हैं. वह अयोध्या के पास के आंबेडकरनगर के रहने वाले हैं. भारतीय बुनकर उद्योग और परंपराओं को वह अपने काम में शामिल करने के लिए जाने जाते हैं. उनकी डिजाइनिंग की खासियत भारतीय संस्कृति की झलक है.
यह भी पढ़ें: 2019 से 2023 तक कैसे बना राम मंदिर, तस्वीरों में देखें पूरा निर्माण
NIFT दिल्ली के पास आउट हैं मनीष तिवारी
मनीष ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन एंड टेक्नोलॉजी नई दिल्ली (NIFT Delhi) से पढ़ाई की है. वह फैशन की दुनिया में चर्चित नाम हैं. Muktir Fashion India Ltd नामक कंपनी के फाउंडर भी रह चुके हैं. इसके अलावा, वह DesignMee नाम की एक कंपनी के भी मालिक हैं. रामलला के वस्त्रों को डिजाइन करने से पहले वह कई फिल्म और टीवी इंडस्ट्री के स्टार्स के लिए भी कपड़े डिजाइन कर चुके हैं. खादी के कपड़ों को आकर्षक रंग-रूप देने के लिए भी मनीष जाने जाते हैं.
यह भी पढ़ें: रामलला के सामने भावुक हुए पीएम नरेंद्र मोदी, साष्टांग दंडवत हो किया प्रणाम
पीतांबर वस्त्र लकदक आभूषण और सांवरी मूरत ने मोहा मन
रामलला की जब पहली झलक देश के सामने आई तो हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया. पीतांबर वस्त्रों में आभूषणों से सज्जित और 5 साल के रामलला के सांवरे सलोने मुखमंडल ने करोड़ों देशवासियों की आंखें खुशी से भर गईं. इस खास मौके पर सिनेमा, खेल, क्रिकेट, राजनीति से लेकर देश भर की चर्चित हस्तियों ने हिस्सा लिया. साधु संतों को भी सम्मेलन में बुलाया गया था और प्रभु के लाखों भक्त अयोध्या पहुंचे हैं. 23 जनवरी से मंदिर आम लोगों के लिए खुलेगा.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.