रामचरितमानस विवाद पर बोले नरेश अग्रवाल, 'अखिलेश खुलकर कहें हम अल्लाह को मानते हैं, राम को नहीं'

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jan 29, 2023, 11:42 AM IST

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (फाइल फोटो-PTI)

उत्तर प्रदेश में भी रामचरितमानस पर सियासी विवाद छिड़ गया है. स्वामी प्रसाद मौर्या के एक विवादित बयान के बाद हंगामा बरपा है.

डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश में रामचरितमानस पर हंगामा बरपा है. बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने जब से रामचरित मानस पर बयान दिया है, तब से यूपी में भी कुछ नेताओं की जुबान लड़खड़ाई है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को बकवास ग्रंथ बताया था, तब से ही समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव, भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेताओं के निशाने पर है. अब बीजेपी नेता नरेश अग्रवाल ने अखिलेश यादव को कहा है कि उन्हें स्वीकार कर लेना चाहिए कि वह अल्लाह को मानते हैं, राम को नहीं.

नरेश अग्रवाल ने रामचरित मानस विवाद पर कहा, 'अखिलेश को सोचना चाहिए कि शांति का मतलब हां होती है. अगर अखिलेश यादव चुप हैं तो वह भगवान राम के विरोध में हैं. अब उन्हें खुलकर कह देना चाहिए कि हम अल्लाह को मानते हैं, हम राम को नहीं मानते हैं. 

दरअसल नरेश अग्रवाल से एक पत्रकार ने सवाल किया था कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को बकवास ग्रंथ बताया है. सपा के कई नेता इस बयान से असहमति जाहिर कर चुके हैं लेकिन अखिलेश यादव ने इस पर चुप्पी साधी है. आप क्या कहना चाहेंगे, जवाब में नरेश अग्रवाल ने कहा कि अब अखिलेश को यह खुलकर कहना चाहिए कि हम अल्लाह को मानते हैं.

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कैसे शुरू हुआ था रामचरित मानस पर विवाद?

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा था कि रामचरितमानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. उन्होंने कहा था कि एक राष्ट्र प्रेम और स्नेह से महान बनता है. रामचरितमानस, मनुस्मृति और बंच ऑफ थॉट्स जैसी किताबों ने नफरत और सामाजिक विभाजन के बीज बोए. यही कारण है कि लोगों ने मनुस्मृति जलाई और रामचरितमानस के एक हिस्से पर आपत्ति जताई, जो दलितों, पिछड़ों और महिलाओं की शिक्षा के खिलाफ बात करता है.

स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर क्या कहा?

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि कई करोड़ लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते. सब बकवास है, जिसे तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है. सरकार को रामचरितमानस के आपत्तिजनक अंश हटाने चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए. उनके बयान पर समाजवादी पार्टी बुरी तरह से घिर गई है.

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