डीएनए हिंदी: बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद दानिश अली ने रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी और आरोपों का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि पूरे देश ने देखा है कि बीजेपी सांसद ने कैसे शब्दों का प्रयोग किया है. उन्होंने जो कुछ किया वह मेरा या किसी सांसद का नहीं बल्कि हमारे पूरे समुदाय का अपमान है. उन्होंने बल्कि लोकतंत्र को शर्मसार किया है. बिधूड़ी ने कहा था कि अली लगातार उनके बोलने के दौरान टोका-टाकी कर रहे थे और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया था. इसके जवाब में बीएसपी सांसद ने कहा है कि सबने देखा जो हुआ है. अभी तक सड़कों पर लिंचिंग होती थी, लेकिन अब सदन में भी लिंचिंग होने लगी है. मैंने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर संरक्षण मांगा है.
दानिश अली ने इस पूरे विवाद पर कहा कि मेरे साथ सदन में जो बर्ताव हुआ है उससे मैं आहत हूं. उन्होंने प्रधानमंत्री पर टिप्पणी करने के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि यह सब मनगढ़ंत आरोप हैं. मैंने प्रधानमंत्री जी पर कोई टिप्पणी नहीं की है बल्कि उनक सम्मान की रक्षा की है. सदन में अभद्र भाषा के इस्तेमाल के बाद भी मैंने संयम बरता और पीएम के सम्मान की रक्षा की है. इस घटना के बाद बीजेपी की क्राइसिस मैनेजमेंट टीम बस लीपा-पोती में जुट गई है.
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निशिकांत दूबे के आरोपों का दिया जवाब
दानिश अली ने कहा कि रमेश बिधूड़ी को बचाने के लिए बीजेपी के टॉप के नेता जुट गए हैं. हमारे ऐसे संस्कार नहीं हैं कि किसी को अपशब्द कहें. उन्होंने रमेश बिधूड़ी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा,'बीजेपी के सांसद ने संसद में लोकतंत्र को शर्मसार किया है. वह रमेश बिधूड़ी थे जो प्रधानमंत्री की मौत की कामना करते हुए जानवर से तुलना कर रहे थे. मैंने पीएम के सम्मान की रक्षा करते हुए प्रतिरोध किया. ऐसी सोच भाजपा के नेता ही रख सकते हैं. मैंने बिधूड़ी को पीएम के लिए गलत शब्द इस्तेमाल करने से रोका था.'
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'मेरी संसद में हो रही है लिंचिंग'
दानिश अली ने कहा कि अब तक हमने एक समुदाय के लोगों की सड़कों पर लिंचिंग की खबर सुनी थी लेकिन मेरी तो संसद में लिंचिंग की कोशिश हो रही है. मैंने इस संबंध में स्पीकर ओम बिड़ला जी को भी पत्र लिखा है. मैंने महिला आरक्षण के वक्त भी अपने विचार रखे थे. हम लोकतंत्र में रह रहे हैं और लोकतांत्रिक प्रतिनिधि होने के नाते मुझे अपनी बात रखने का पूरा हक है. दानिश अली ने राहुल गांधी से मुलाकात पर कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों में यकीन रखने वाले काफी लोग मुझसे मुलाकात कर रहे हैं.
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