डीएनए हिंदीः 500 साल का इंतजार खत्म होने जा रहा है. रामभक्त जिस सपने को कई सदियों से देख रहे थे. अब वह पूरा होने वाला है. इतिहास गवाह है कि अयोध्या में जहां श्रीराम की यादें जुड़ी हैं वहां 1528 में एक आक्रमणकारी ने मस्जिद का निर्माण करवा दिया. करीब 5 सदी से लोग रामलला को गर्भगृह में स्थापित करने का इंतजार कर रहे थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पल के गवाह बने. उन्होंने गर्भगृह का पहला पत्थर रखा.
सीएम योगी बोले- अयोध्या का मंदिर होगा भारत का राष्ट्र मंदिर
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 500 साल से देश के साधु-संत राम मंदिर आंदोलन को चला रहे थे, आज उन सभी लोगों के दिल को खुशी मिली होगी, गर्भगृह का पहला पत्थर रख दिया है. आज से शिलाओं के रखने का काम तेजी से शुरू हो जाएगा, अब वो दिन दूर नहीं है जब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या धाम में बनकर तैयार हो जाएगा, यह मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा.
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गर्भगृह का क्या महत्व है?
हिंदू मंदिरों का सबसे मुख्य हिस्सा गर्भगृह कहलाता है. इसी जगह पर मुख्य प्रतिमा रखी जाती है. आम तौर पर इसके आसपास स्तंभयुक्त मंडप होता है जो गर्भगृह से जुड़ा होता है. जहां गर्भगृह होता है उसके आसपास परिक्रमा पथ भी होता है.
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1949 की रात आई याद
1528 में मुगलों की शासन को दौरान राममंदिर को तोड़ यहां बाबरी मस्जिद का निर्माण किया गया. इसके बाद अंग्रेजी की हुकूमत रही तब भी रामभक्त इंतजार ही करते रहे. फिर 23 दिसंबर 1949 की सर्द रात विवादित ढांचे के केंद्र में भगवान राम की मूर्ति का प्राकट्य हुआ. इसी के बाद से यहां हिंदू पूजा-पाठ करने लगे. मुसलमानों ने नमाज पढ़ना बंद किया. आखिरकार 25 मार्च 2022 को रामलला को वैकल्पिक गर्भगृह में रखा गया.
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