लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले झारखंड के रांची में विपक्ष का जमावड़ा लगा. इंडिया गठबंधन के नेताओं ने अपनी ताकत दिखाने के लिए ‘उलगुलान न्याय’ रैली की. इसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत अन्य दिग्गज मौजूद पहुंचे. वहीं, अचानक तबीयत खराब होने की वजह से राहुल गांधी इस रैली में नहीं पहुंच पाए.
'केजरीवाल के खाने के एक-एक निवाले पर रखी जा रही नजर'
रैली को संबोधित करते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'अरविंद केजरीवाल जी उसूलों के एकदम पक्के हैं. पहली बार जब वह सीएम बने तो 49 दिन में इस्तीफा दे दिया था. कोई चपरासी भी अपनी नौकरी नहीं छोड़ता. लेकिन केजरीवाल को सत्ता का मोह नहीं है. वह देश को नंबर-1 बनाना चाहते हैं. उनका मानना है कि राजनीति में अगर पढ़े लिखे लोग सत्ता में आएंगे तो देश आगे बढ़ेगा. सुनीता ने आरोप लगाया कि केजरीवाल शुगर के मरीज हैं. वह 12 साल से इंसुलिन ले रहे हैं, लेकिन ये लोग नहीं दे रहे. उनके खाने पर कैमरा लगाया हुआ है. एक-एक निवाले पर नजर रखी जा रही है.
राहुल गांधी की बिगड़ी तबीयत
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, 'राहुल गांधी आज सतना और रांची में चुनाव प्रचार के लिए पूरी तरह से तैयार थे, जहां INDIA की रैली हो रही है. लेकिन वह अचानक बीमार हो गए हैं और फिलहाल नई दिल्ली से बाहर नहीं जा सकते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी अवश्य सतना में जनसभा को संबोधित करने के बाद रांची की रैली में शामिल होंगे.'
INDIA ब्लॉक की रैली में कितने दल ले रहे भाग?
रांची के प्रभात तारा मैदान में हो रही इस रैली में कुल 28 राजनीतिक दल भाग ले रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ’ब्रायन, शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के दीपांकर भट्टाचार्य भी इस रैली को संबोधित करेंगे.
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वहीं, इस रैली से मंच पर जेल में बंद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और झारखंड़ के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए भी दो खाली कुर्सियां लगाई गई हैं. सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन इस रैली में प्रमुख वक्ता होंगी.
क्या है उलगुलान का मतलब?
विपक्ष की इस रैली का नाम ‘उलगुलान न्याय’ रखा गया है. उलगुलान का मतलब क्रांति होता है और यह शब्द आदिवासियों के अधिकारों के लिए ब्रिटिश लोगों के खिलाफ बिरसा मुंडा की लड़ाई के दौरान प्रमुखता से इस्तेमाल किया गया था. झारखंड़ के सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि इस रैली में केंद्र सरकार के तानाशाह रवैये का खुलासा किया जाएगा. यह रैली राज्य के आदिवासियों और मूल निवासियों पर बीजेपी सरकार द्वारा किए जा रहे अत्याचारों और उन्हें जल, जंगल और जमीन से दूर करने की साजिश का पर्दाफाश करेगी.
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