डीएनए हिंदी: देश में बुलेट ट्रेन दौड़ने का सपना पूरा होने में अभी जरूर वक्त लग रहा है लेकिन दिल्ली-एनसीआर रेपिड रेल के रूप में जल्द ही बड़ा तोहफा मिलने वाला है. रैपिड रेल बुलेट ट्रेन जितनी फास्ट तो नहीं है, लेकिन इसकी स्पीड किसी राजधानी या शताब्दी से कहीं से भी कम नहीं है. देश की पहली रैपिड रेल को दुहाई डिपो स्टेशन से साहिबाबाद के 17 किलोमीटर के ट्रैक पर दौड़ा गया तो सामने आया कि इस रेल की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रतिघंटा है.
कितनी होगी टॉप स्पीड और कब होगी शुरू
आपने ठीक पढ़ा इस ट्रेन ने 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार पकड़ी है, जिससे सभी चौंक गए हैं. लेकिन इस रेल में काफी दमखम है. इस वजह से इसे जल्द ही 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर भी टेस्ट किया जा सकता है. 17 किलोमीटर के ट्रैक से पहले रैपिड रेल की 9 किलोमीटर के ट्रैक पर टेस्टिंग की गई थी. जहां इसे महज 25 किलोमीटर प्रति घंटा क रफ्तार पर दौड़ाया गया था. रैपिड रेल प्रोजेक्ट में नवंबर, 2022 तक 11 हजार करोड़ से ज्यादा रुपए लग चुके हैं. माना जा रहा है कि ये प्रोजेक्ट 2025 तक पूरा भी हो जाएगा.
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गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, दिल्ली को होगा सबसे ज्यादा फायदा
रैपिड रेल का सबसे ज्यादा चार बड़े शहर- दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और मेरठ को होगा. इससे इन तीनों शहरों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी साथ ही लोगों को आने जाने में काफी मदद मिलेगी. दिल्ली से मेरठ का सफर जो कि करीब 82 किलोमीटर का है, वो रैपिड रेल के आने के बाद सिर्फ 50 मिनट में पूरा हो जाएगा. पहले फेज में रैपिड रेल गाजियाबाद के साहिबाबाद से दुहाई के बीच दौड़ेगी. ये 17 किलोमीटर लंबा ट्रैक है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा से भी रैपिड रेल स्टेशंस का सीधा कनेक्शन रहेगा.
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