डीएनए हिन्दी: राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad yadav) धीरे-धीरे पार्टी को पूरी तरह से तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को सौंप रहे हैं. इसी कड़ी में मंगलवार की शाम उन्होंने बड़ा फैसला लिया. लालू यादव (Lalu yadav) की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर विधानमंडल दल की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि अब पार्टी से जुड़ा हर फैसला तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) लेंगे. बैठक में मौजूद कई सदस्यों ने उनको राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की भी मांग की.
हालांकि, पार्टी में तेजस्वी पहले से ही प्रभावी हैं, लेकिन इस फैसले के बाद राजनीतिक पंडितों का मानना है कि एक तरह से तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) आरजेडी के अघोषित सुप्रीमो बन गए हैं. राबड़ी देवी के आवास पर हुई इस बैठक में आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, तेज प्रताप यादव, शिवानंद तिवारी, देवेंद्र यादव, रोशन पटेल, रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, आलोक मेहता जैसे सीनियर लीडर्स मौजूद थे.
बैठक में आरजेडी के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता की तरफ से यह प्रस्ताव लाया गया. उन्होंने प्रस्ताव में कहा पार्टी से संबंधित सभी नीतिगत फैसला तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) लेंगे उसे सभी को स्वीकार होगा. इस प्रस्ताव का वहां मौजूद सभी लोगों ने एक स्वर में समर्थन किया.
इसके बाद लालू प्रसाद यादव ने सभी सदस्यों से हाथ उठवाकर पूछा कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) जो भी फैसला लेंगे उससे आप सभी सहमत होंगे तो इस पर सभी ने हां कहा. यही नहीं लालू ने आगे भी पूछा, आप सबको तेजस्वी (Tejashwi Yadav) पर पूरा भरोसा और विश्वास है तो एक बार फिर सभी ने कहा, हां.
गौरतलब है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad yadav) लंबे समय से बीमार चल रहे हैं. उनकी सक्रियता कम हो गई है. वह कई नीतिगत फैसला सही समय पर नहीं ले पाते हैं. उनकी शारीरिक अवस्था को देखते हुए उनके पुराने मित्र और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने उन्हें तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को कमान सौंपने की सलाह दी थी. जिस पर लालू यादव समेत पार्टी के सारे नेता सहमत दिखे.